प्रयागराज। प्रयागराज में 2020 में होने वाले माघ मेले को विश्व में पहचान दिलाने के लिए सरकार व जिला प्रशासन ने ठोस कदम उठाना शुरू कर दिए हैं जिसके चलते प्रयागराज जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। माघ मेले को लेकर बैठकों का दौर जारी हो चुका है और मेले की तैयारियों को पूरा करने का लक्ष्य 20 दिसंबर 2019 रखा गया है।
लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना : जानकारी के अनुसार इस बार भी दूरदराज से लाखों श्रद्धालु आने की संभावना के चलते जिला प्रशासन प्रयागराज के संगम नगरी पर तंबुओं की नगरी बसाने की तैयारियां कर रहा है जिसके चलते कई स्थानों पर टेंट भी लगने लगे हैं।
क्षेत्रफल 10 फीसदी बढ़ाया : हालांकि 2018 के माघ मेले से 2020 के माघ मेले का क्षेत्रफल 10 फीसदी बढ़ाया गया है और संगम नगरी पर दूधिया रोशनी के लिए 18 हजार एलईडी लाइटें लगाए जाने को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। साथ ही साथ संगम व आसपास के 14 स्नान घाट बनाए जाने को लेकर जिला प्रशासन ने तेजी दिखाई है। संगम स्थान करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए भी अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी पुलिस विभाग के साथ भी बैठकों का दौर जारी है।
समतलीकरण का काम पूरा : मेलाधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि माघ मेले की तैयारी को लेकर सेक्टर 1 और 2 में समतलीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और टेंट भी लगने लगे हैं तो वहीं सेक्टर 3, 4 और सेक्टर 5 में भी समतलीकरण का कार्य शुरू हो गया है जिसको जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
बाढ़ खंड का कार्य भी प्रारंभ : मेले के मद्देनजर विद्युत विभाग, जल निगम, स्वास्थ्य विभाग और सिंचाई विभाग बाढ़ खंड का कार्य भी प्रारंभ हो गया है। मेले की तैयारियों को पूरा करने का लक्ष्य 20 दिसंबर 2020 रखा गया है।
गौरतलब है कि 10 जनवरी 2020 से शुरू होने वाला माघ मेला 9 फरवरी 2020 तक चलेगा। इसी को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।