Kanpur news : उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित नर्वल थाने में जब एक वृद्धा नंगे पैर 5 किमी पैदल चलकर हांफते हुए न्याय मांगने पुलिस की चौखट पर पहुंची। नम आंखों से थाना प्रभारी व पुलिसकर्मियों को बेटे -बहुओं की दुत्कार की दासता बताई। इसे सुनकर मौके पर मौजूद थाना प्रभारी व पुलिसकर्मियों की आंखें नम हो गई।
बताते चलें कि नर्वल हथेरुआ निवासी 95 साल की वृद्धा महाराना नर्वल थाने पहुंची और थाना प्रभारी चंद्रकांत मिश्रा को बताया कि पति धनीराम की मौत के बाद वो पिछले कई सालों से अकेले झोपड़ी में रह रही हैं। बेटे रामबहादुर, रामसजीवन व बसंत ने चार हिस्सों में खेती बांट रखी है। तीनों में से कोई भी न तो ध्यान देता है और न ही भोजन।
बड़े बेटे रामबहादुर ने उनके हिस्से का एक बीघा खेत आठ हजार में ठेके पर ले रखा था, लेकिन रुपए दिए न ही अन्न का एक दाना। इस बार जब खेती देने से मना किया तो उसने जबरन खेत जुतवा लिया।
महाराना की आपबीती सुन नर्वल थाना प्रभारी ने उनको मिठाई खिलाकर पानी पिलाया, भोजन कराया और नई चप्पलें मंगाकर पहनाई और थाने की जीप से घर भेजा। इसके साथ ही बेटों - बहुओं को उनका ध्यान रखने और उनके खेत से तुरंत कब्जा हटा लेने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि यदि अब अम्मा को परेशान किया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। अम्मा ने थाना प्रभारी की पीठ और सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया।