मथुरा (उप्र)। देश-दुनिया में कोरोनावायरस संकट के कारण 'कृष्ण जन्माष्टमी' का पर्व इस साल पहले की तरह धूमधाम से नहीं मनाया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर 10 अगस्त की दोपहर से ही 13 अगस्त दोपहर बाद तक सभी श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, लेकिन सभी मंदिरों में भगवान के जन्म एवं नंदोत्सव कार्यक्रम पूर्ववत विधिवत संपन्न किए जाएंगे।
जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने बताया कि भले ही इस पावन पर्व पर देश-विदेश से आने वाले उनके असंख्य श्रद्धालु इस बार 12 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के जश्न में शामिल नहीं हो सकेंगे, लेकिन जन्मोत्सव का सीधा प्रसारण दिखाए जाने की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने कहा कि असल में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण से चिंतित श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा एवं वृंदावन के ठा. बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने सुझाव दिया था कि जन्माष्टमी जैसे पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं के सैलाब को सामाजिक दूरी के दायरे में ला पाना संभव नहीं हो पाएगा इसलिए बार जन्माष्टमी के सार्वजनिक आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इसके बाद हमने मथुरा-वृंदावन एवं अन्य महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के मंदिरों के प्रबंधकों, संचालकों तथा सेवायत गोस्वामियों की बैठक बुलाकर बातचीत की जिसमें सभी ने इस बात पर सहमति जताई। इसके बाद इस बार जन्माष्टमी का पर्व सार्वजनिक रूप से न मनाए जाने का निर्णय लिया गया। (भाषा)