ज्ञानवापी परिसर का सर्वे ASI से कराए जाने के मामले में सुनवाई पूरी, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

Webdunia
सोमवार, 28 नवंबर 2022 (23:33 IST)
प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का एएसआई सर्वेक्षण कराने के वाराणसी की अदालत के निर्देश को चुनौती देने वाली याचिका पर सोमवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। न्यायमूर्ति प्रकाश पाडिया ने संबंधित पक्षों की दलीलें सुनने के बाद इस मामले में फैसला सुरक्षित रखा।
 
उत्तरप्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी ने याचिका दायर कर निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी थी।
 
उल्लेखनीय है कि 8 अप्रैल 2021 को वाराणसी की अदालत ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का समग्र सर्वेक्षण कराने का निर्देश दिया था। हिन्दू पक्ष की ओर से गत 11 नवंबर को पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता सीएस वैद्यनाथन ने दलील दी थी कि तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए जांच कराई जानी चाहिए।
 
उन्होंने कहा था कि इस मामले में प्रथम दृष्ट्या सच्चाई सामने के लिए एएसआई द्वारा सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए, क्योंकि विवादित परिसर को नंगी आंख से देखने पर यह स्पष्ट है कि यह मंदिर का हिस्सा है और सर्वेक्षण की कार्यवाही जारी रहनी चाहिए।
 
याचिकाकर्ता अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने वाराणसी की अदालत के निर्णय को चुनौती देते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। इसके बाद उच्च न्यायालय ने 9 सितंबर, 2021 को वाराणसी की अदालत के आदेश पर रोक लगा दी थी। मूल वाद में उस जगह जहां ज्ञानवापी मस्जिद मौजूद है, प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर को बहाल किए जाने की मांग की गई है। याचिकाकर्ताओं का दावा है कि मस्जिद, उस मंदिर का हिस्सा है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या नीतीश कुमार को बिहार का एकनाथ शिंदे बनाना चाहती है भाजपा?

ओडिशा आत्मदाह केस में प्रोफेसर समीर साहू ने छात्रा से कहा था—तुम बच्ची नहीं हो, समझो मैं क्या चाहता हूं

निमिषा प्रिया की फांसी, क्‍या ब्‍लड मनी के लिए राजी हुआ परिवार?

Odisha : शराबी ऑटो चालक ने हथौड़ा मारकर की माता-पिता की हत्या, रातभर रहा शवों के पास

राजा हरि सिंह पर खान सर की टिप्पणी से छिड़ा विवाद, जानिए कश्मीर के भारत में विलय की पूरी कहानी

सभी देखें

नवीनतम

पंजाब में भारी बारिश के बाद आपातकाल, 24 घंटे में 30 लोगों की मौत, 6 जिलों में सबसे ज्यादा तबाही

रूस यूक्रेन युद्ध के बीच जेलेंस्की का बड़ा फैसला, यूलिया को बनाया नया प्रधानमंत्री

कौन हैं मरांग बुरु और क्या है झारखंड के आदिवासियों का इनसे संबंध, विवाद भी है

बिहार चुनाव में 3 दशक बाद फिर गूंज रहे ‘भूरा बाल साफ करो’ के नारे से लालू यादव का क्या है कनेक्शन?

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट

अगला लेख