Kanpur Crime News: कानपुर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक ट्यूशन शिक्षिका (tuition teacher) ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर 16 वर्षीय स्टूडेंट का अपहरण करके मौत के घाट उतार दिया। माना जा रहा है कि मृतक कुशाग्र (Kushagra) की ट्यूशन टीचर अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी और उसे विवाह के लिए पैसों की जरूरत थी।
प्रेमी युगल ने व्यापारी के बेटे का अपहरण किया : इस प्रेमी युगल ने युक्ति लगाते हुए व्यापारी के बेटे का अपहरण किया और 30 लाख की फिरौती के लिए छात्र के परिजनों तक संदेश पहुंचाया। लेकिन शिक्षिका और उसका प्रेमी इस मकसद में सफल नहीं हो पाए तो उन्होंने कुशाग्र को गला घोंटकर मार डाला। छात्र का शव पुलिस ने टीचर के घर की अलमारी से बरामद किया है। पुलिस ने 3 लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया है जिसमें ट्यूशन टीचर और उसका प्रेमी शामिल है।
प्रसिद्ध कपड़ा कारोबारी का बेटा था : मकानपुर के थाना रायपुरवा क्षेत्र में रहने वाले प्रसिद्ध कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया का 16 वर्षीय पुत्र कुशाग्र सोमवार को अचानक से लापता हो गया। कुशाग्र कानपुर के जयपुरिया स्कूल में 10वीं की पढ़ाई कर रहा था। प्रतिदिन की तरह वह सोमवार को स्कूल के बाद अपराह्न 4 बजे घर से स्कूटी पर कोचिंग के लिए निकला था।
जब छात्र देर रात तक घर वापस नहीं आया तो परिवार को चिंता होने लगी। तलाश करने पर कुशाग्र की स्कूटी, हेलमेट और रूमाल गुजंन टॉकीज के पास मिले। वहीं परिजनों ने कोचिंग में जाकर पता किया तो जानकारी मिली कि कुशाग्र आज कोचिंग आया ही नहीं था।
परिवार की चिंता और भी बढ़ गई। जब उन्होंने आसपास में पूछताछ की तो पता चला कि मृतक छात्र के घर नकाबपोश 2 स्कूटी सवार आए थे, जो एक लेटर गार्ड के पास कुशाग्र के घर पहुंचाने के लिए छोड़कर गए हैं। गार्ड ने जब उन नकाबपोशों से जानकारी करनी चाही तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। गार्ड को संदेह हुआ तो उसने स्कूटी का नंबर नोट कर लिया, जो पुलिस के लिए एक बड़ी लीड बन गई।
30 लाख की फिरौती मांगी: परिजनों को हिन्दी में लिखा हुआ एक लेटर मिला जिसमें नीले रंग के पेन से लिखा हुआ था कि 'अपना त्योहार मत बर्बाद होने दो। हमको 30 लाख रुपए फिरौती दे दो नहीं तो तुम्हारे बेटे को मार देंगे।' लेटर के आखिरी में 'अल्लाह हू अकबर' लिखा था। लेटर पढ़कर परिवार के होश उड़ गए और परिवार ने तुरंत सूचना पुलिस को दी।
स्कूटी नंबर से हुआ खुलासा : सूचना मिलते ही कानपुर कमिश्नरेट के दोनों जॉइंट सीपी समेत जोन के सारे अधिकारी छात्र के घर पहुंचे। कई टीमें घटना के खुलासे के लिए लगाई गईं। पुलिस को घटना में अहम लीड गार्ड से पूछताछ के बाद लगी। गार्ड ने स्कूटी से लेटर देने आए नकाबपोश के वाहन का नंबर नोट कर लिया।
रचिता के प्रेमी तक पहुंची पुलिस : पुलिस स्कूटी को ट्रेस करते टीचर रचिता के प्रेमी प्रभात शुक्ला तक पहुंच गई। पुलिस पूछताछ के बाद पता चला कि कोचिंग टीचर रचिता, प्रेमी प्रभात और उनका साथी आर्यन उर्फ अंकित इस हत्याकांड में शामिल थे। अब पुलिस इन तीनों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।
कानपुर डीसीपी के मुताबिक कुशाग्र की हत्या के बाद प्रभात ने पुलिस को गुमराह करने के लिए फिरौती का खेल खेला था। ध्यान भटकाने के लिए फिरौती के पत्र पर धार्मिक नारा भी लिख दिया ताकि पुलिस की जांच किसी अन्य दिशा में घूम जाए और इतने में वे कुशाग्र की लाश ठिकाने लगा देंगे।
कुशाग्र की बॉडी महिला टीचर के घर मिली : लेकिन आरोपियों के मंसूबों पर पानी उस समय फिर गया, जब गार्ड की नजरों में प्रभात और आर्यन उर्फ अंकित आ गए। प्रभात को पकड़ने के बाद पुलिस महिला टीचर के घर तक पहुंची, जहां से उन्हें कुशाग्र की बॉडी मिल गई। वहीं एक सीसीटीवी कैमरे में प्रभात के पीछे-पीछे कुशाग्र जाते हुए दिखाई दे रहा है। लेकिन कई घंटे बाद सब बाहर आ जाते हैं लेकिन कुशाग्र बाहर नहीं आता दिखा।
हत्या के बाद फिरौती मांगी : जांच में पता चला कि उसकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस की जांच का एक बिंदु यह भी है कि हत्या के बाद फिरौती क्यों मांगी गई? रचिता और प्रभात शादी करना चाहते थे जिसके लिए उन्हें पैसों की आवश्यकता थी और उन्होंने अपना सॉफ्ट टारगेट कुशाग्र को बनाया। लेकिन योजना असफल होने पर उन्होंने छात्र को मौत के घाट उतार दिया!
Edited by: Ravindra Gupta