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योगी की माफिया लिस्ट में दीप्ति बहल नंबर 1, पुलिस ने क्यों रखा है 5 लाख का इनाम?

हमें फॉलो करें योगी की माफिया लिस्ट में दीप्ति बहल नंबर 1, पुलिस ने क्यों रखा है 5 लाख का इनाम?
, बुधवार, 19 अप्रैल 2023 (10:18 IST)
लखनऊ। माफिया अतीक अहमद, अशरफ और असम की मौत के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार माफियाओं पर शिकंजा कस दिया है। राज्य में 60 माफियाओं की लिस्ट जारी कर दी गई है। इसमें एक नाम गाजियाबाद की दीप्ति बहल का भी है। इस पर अतीक अहमद की पत्नी शाहस्ता परवीन से भी ज्यादा इनाम घोषित किया गया है।
लाइफ बोट घोटाले के मास्टरमाइंड संजय भाटी की पत्नी दीप्ति पर 100 से ज्यादा मामले दर्ज है। पुलिस पिछले 4 सालों से उसकी तलाश कर रही है। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। माफियाओं की लिस्ट में केवल 4 लोगों पर 5 लाख का इनाम है। इनमें भूदेव सिंह, बिजेंद्र हुड्डा और राशिद नसीम शामिल है। हालांकि इस लिस्ट में बमबाज गुड्डू इस्लाम का नाम भी शामिल नहीं है।
 
ED, CBI, UP STF समेत कई एजेंसियां बाइक बोट घोटाले में दीप्ति की तलाश कर रही है। कहा जाता है कि बाइक बोट कंपनी में उसकी 38 प्रतिशत भागीदारी है। 2 साल पहले EOW ने मेरठ में उसका घर कुर्क कर मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर चुका है। 
 
महिला माफियाओं की बात करें तो उत्तर प्रदेश में दीप्ति बहल का नाम पहले नंबर पर है। उसके बाद शाइस्ता परवीन का आता है। शाइस्ता की पुलिस को उमेश पाल हत्याकांड में तलाश है। उस पर पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। कहा जा रहा है कि अतीक के आतंकी साम्राज्य को अब शाइस्ता ही संभाल रही है। हालांकि फिलहाल उसका नाम टॉप 60 की लिस्ट से बाहर है।
 
पुलिस को मुख्तार अंसारी की पत्नी आफशा और नोएडा अथारिटी के मुख्य अभियंता यादव सिंह की पत्नी कुसुमलता की भी तलाश है लेकिन इन पर कोई इनाम घोषित नहीं किया गया है।
 
क्या है बाइक बोट घोटाला : संजय भाटी की कंपनी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआईपीएल) ने अगस्त 2017 में एक बाइक बोट स्कीम लॉन्च की थी। इसके तहत बाइक टैक्सी शुरू की गई। इसमें एक व्यक्ति से एक मुश्त 62,100 रुपए इन्वेस्ट कराया गया। इन्वेस्टर्स को एक साल तक 9765 रुपए देने का वादा किया गया।  
 
बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें पैसे लगाए। योजना 2019 की शुरुआत तक चली। इसके बाद कंपनी गायब हो गई। निवेश करने वालों का आरोप है कि उन्हें पैसे नहीं दिए गए। बाद में संचालक फरार हुआ तो लोगों ने मुकदमे दर्ज कराने शुरू किए। कंपनी पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा हरियाणा समेत कई राज्यों में 2.25 लाख निवेशकों से ठगी करने का आरोप है। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और दीप्ति समेत 26 लोगों को मामले में आरोपी बनाया।

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