उन्होंने कहा कि पुलिस को इनपुट मिले थे कि असद और गुलाम वारंट बी लेकर साबरमती और बरेली गए पुलिस दल पर हमला कर सकते हैं। दोनों अपराधियों को गोली चलाते हुए सबने देखा। एनकाउंटर साढ़े 12 से 1 बजे के बीच हुआ।#WATCH आज 12:30 से 1 बजे के बीच में एक सूचना के आधार पर कुछ लोगों को रोका गया तो दोनों तरफ से गोलियां चलीं। इस मुठभेड़ में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या करने वाले दो लोग घायल हुए और बाद में इनकी मृ्त्यु हो गई। इनकी पहचान असद अहमद और गुलाम के रूप में हुई। अभियुक्तों के पास से… pic.twitter.com/uVeIkDPsnj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 13, 2023
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में बहुजन समाज पार्टी विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जाँच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 13, 2023
भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है।