कानपुर। प्रयागराज में उमेश पाल के मर्डर के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी। लगातार यूपी पुलिस की तरफ से वायरलेस पर मैसेज जारी किया जा रहे थे। असद समेत फरार आरोपितों की तलाश के लिए जिलों की पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद असद कानपुर व कानपुर रेंज पुलिस के 19 थानों से होता हुआ 191 किलोमीटर का सफर मोटरसाइकिल पर आराम से तय करके निकल गया और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
सूत्रों की मानें तो वारदात को अंजाम देने के बाद असद जब प्रयागराज से भागा तो मोटरसाइकिल पर था। हाईवे पर फतेहपुर पार करते हुए वह पांडु नदी पुल के पार महाराजपुर के पुरवामीर गांव तक आया। यहां से कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीमा शुरू होती है। पुरवामीर से 31 किलोमीटर का सफर तय करते हुए असद रामादेवी चौराहा पहुंचा। यहां पर कुछ देर ठहरने के बाद वह दिल्ली निकल गया था।
कानपुर पुलिस रेंज की लापरवाही यही नहीं उजागर हुई बल्कि जिस रास्ते से वह दिल्ली गया था। उसी रास्ते से वह वापस कानपुर में दाखिल भी हुआ था। सूत्रों की मानें तो असद, गुड्डू मुस्लिम को साथियों के साथ दिल्ली से सीधे लखनऊ के लिए रवाना हो गए थे। लेकिन असद कानपुर में ही रुक गया था।
असद कानपुर में 24 घंटे से ज्यादा रुका रहा और फिर वह आराम से कानपुर से मुंबई के लिए रवाना भी हो गया था। वही अभी इस पूरे मामले को लेकर कोई भी पुलिस के आला अधिकारी बोलन के लिए तैयार नहीं है। सभी अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं।