कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को संजीत के घर जाकर परिजनों से मुलाकात कर न्याय दिलाने का भरोसा देते हुए कहा कि प्रदेश में सपा सरकार आते ही हत्याकांड की सीबीआई जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लगातार थे संपर्क में अखिलेश : कानपुर के बहुचर्चित संजीत अपहरण व हत्याकांड की धमक पूरे देश में सुनाई दी थी और वहीं प्रदेश में विपक्ष में बैठी समाजवादी पार्टी ने जमकर बीजेपी सरकार को इस हत्याकांड को लेकर हमला बोला था। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता अखिलेश यादव के निर्देश पर पीड़ित परिजन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए थे। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने परिजनों को लखनऊ बुलाकर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था और आर्थिक मदद भी की थी, साथ ही साथ लगातार पीड़ित परिवार के बराबर संपर्क में भी थे और वहीं कानपुर के क्षेत्रीय नेता अखिलेश यादव के निर्देश पर पीड़ित परिजनों की पूरी मदद भी कर रहे थे।
इसी के चलते बुधवार को अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे और फिर सीधे संजीत के घर पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और इस दौरान अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर संजीत प्रकरण के मामले की सीबीआई जांच कराई जाएगी। किसी भी हालत में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। संजीत को न्याय दिलाने में कोई भी कसर समाजवादी पार्टी द्वारा नहीं छोड़ी जाएगी।
क्या बोली संजीत की बहन? : संजीत की बहन रुचि ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आश्वासन दिया है कि प्रदेश में सपा की सरकार आते ही हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जाएगी। रुचि ने बताया कि इस दौरान मां कुसुमा देवी ने पूर्व मुख्यमंत्री को बताया कि घटना में पुलिस ने जमकर लापरवाही बरती है और बेटे का शव आज तक नहीं ढूंढ पाई है। इस पर उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कार्यकर्ताओं द्वारा घटना से संबंधित पूरी रिपोर्ट मिल चुकी है।
क्या था मामला? : कानपुर के थाना बर्रा के अंतर्गत रहने वाले चमनलाल यादव का बेटा संजीत यादव पैथालॉजी कर्मी था और उसका 22 जून को अपहरण हो गया था। परिजन लगातार पुलिस से गुहार लगाते रहे, पर पुलिस बराबर लापरवाही करती रही। पुलिस ने 23 जुलाई को घटना का खुलासा कर 5 हत्यारोपियों को जेल भेज दिया।
मामला मीडिया में जब तूल पकड़ा और पुलिस की लापरवाही उजागर हुई तो शासन ने एसपी दक्षिण, सीओ सहित कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इसके बाद भी परिजन पुलिस के खुलासे पर बराबर सवाल उठाते रहे और शव की मांग करते रहे। परिजनों ने सीबीआई जांच की भी मांग की, पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी। साथ ही साथ आज तक पुलिस संजीत का शव बरामद नहीं कर पाई।