उपयोग किए गए पानी का दोबारा होगा इस्तेमाल, आईआईटी के इंक्यूबेटर ने विकसित की तकनीक

Webdunia
गुरुवार, 9 जून 2022 (14:46 IST)
शहरों में एक परिवार नहाने-धोने में जितना पानी रोज खर्च करता है, उसका दो तिहाई हिस्सा दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आईआईटी के इंक्यूबेटर अभिजीत साठे ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिसका नाम है जलसेवक। इसकी मदद से उपयोग किए पानी को रीसाइकल कर अन्य चीजों में दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। केवल फ्लशिंग में इस्तेमाल पानी बेकार जाएगा।
 
पानी की बर्बादी और लगातार हो रही कमी को देखते हुए आईआईटी के स्टार्टअप की टीम ने 6 प्रदेशों में एक सर्वे कराया। करीब 2,500 घरों के डाटा के आधार पर निष्कर्ष निकला कि शहरों के हर घर में 200 लीटर पानी का इस्तेमाल रोज होता है। इसमें 26 फीसदी फ्लशिंग वॉटर होता है और 74 फीसदी ग्रेवॉटर। वैज्ञानिकों ने ग्रेवॉटर का अध्ययन किया तो उसमें काफी कम प्रदूषण मिला जिससे इसका दोबारा उपयोग आसान था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card से जुड़ी ऐसी जानकारी जो आपको शायद ही पता हो

राजस्थान : SDM को तमाचा जड़ने वाला निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा गिरफ्‍तार, भीड़ के हमले में 2 मीडियाकर्मी घायल, कैमरा जलाया

Manipur Violence : मणिपुर में हिंसा पर केंद्र सरकार ने संभाला मोर्चा, जिरीबाम समेत 6 क्षेत्रों में फिर लगा AFSPA

छात्रों के आगे झुकी UPPSC, अब एक दिन एक शिफ्ट में होगी एग्जाम

Maharashtra Elections: भाजपा सांसद चव्हाण को क्यों रास नहीं आया योगी का नारा बंटेंगे तो कटेंगे

सभी देखें

नवीनतम

देवेन्द्र फडणवीस ने समझाया बंटेंगे तो कंटेंगे नारे का अर्थ, MVA से है ये कनेक्शन

Jharkhand Election : अमित शाह का दावा- BJP 23 नवंबर को सोरेन एंड कंपनी को विदाई दे देगी

COVID Scam : कोविड घोटाले की जांच करेगी SIT, कर्नाटक सरकार की कैबिनेट बैठक में लिया गया फैसला

झारखंड में गरजे मुख्यमंत्री योगी, बोले- सरकार माओवादियों के सफाए को प्रतिबद्ध

Indore में 15 साल की लड़की के साथ गैंगरेप, वीडियो भी बनाया, आरोपियों में नाबालिग भी

अगला लेख
More