- अथर्व पंवार
आजकल हमारी जिंदगी में Social Media अभिन्न अंग बन गया है। हमारे पास सूचनाओं की कोई कमी नहीं रह गई। हम कह सकते हैं कि हम वर्तमान में सूचनाओं से घिरे हुए हैं। ऐसे में कई बार हम असत्य, अप्रमाणिक और गुमराह करने वाली सूचनाओं को आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। और हमारे द्वारा ही प्रपंच गढ़ दिए जाते हैं। इस अनजाने में हुए कृत्य से हम स्वयं फेक न्यूज़ का हिस्सा बन रहे हैं जो सामने वाले को भ्रमित कर देती है।
चलिए जानते हैं कि सोशल मीडिया पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए -
1.जब आप Facebook और Whatsapp पर कोई सूचना पाते हैं तो एक बार स्वयं पड़ताल कर के या सोर्स पर जाकर उसकी सत्यता को जान लेना चाहिए। कई बार हमें ऐसी अप्रामाणिक सूचनाएं मिलती है जिसे हम न जांचते हुए आगे बढ़ाते हैं, जिससे झूठ का प्रचार हो जाता है।
2.जब भी कोई खबर का स्क्रीनशॉट आप के पास आता है तो उसे एक बार स्वयं क्रॉस चेक करें। कई बार वर्तमान परिपेक्ष्यों को ख़राब करने के लिए पुराने समाचार सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं जिससे माहौल ख़राब होता है। अगर किसी सूचना पर आपको संदेह होता है तो बिना परखे उसे ना फैलाएं।
3.जब आपके पास Facebook और Whatsapp पर कोई ऐसी जानकारी आती है जिसमें सन्दर्भ और तर्क दिए जाते हैं, तो उन पर जल्दी विश्वास ना करें। आप स्वयं जाकर भी उस विषय, उन तथ्यों की पड़ताल करें। आप स्वयं उन संदर्भित पुस्तकों, खबरों, आलेखों इत्यादि के स्त्रोतों को पढ़ें। कई बार ऐसे तथ्य वायरल किये जाते हैं जो अर्धसत्य और आंशिक रूप से तथ्यात्मक होते हैं। ऐसे में यह हमारी जवाबदारी होती है कि उन सभी सूचनाओं को क्रॉस चेक कर के ही आगे फॉरवर्ड करें।
4.अगर कोई इमेज या फोटो आपके पास आता है तो google reverse image के द्वारा उसकी सत्यता को भी एक बार चेक कर लेना चाहिए।
5.अगर आप के व्हाट्सएप ग्रुप में या व्यक्तिगत रूप से कोई ऐसी झूठी खबर आती है, जिसके बारे में आप सत्यता की समझ रखते हैं और आपके पास तर्क, तथ्य और प्रमाण सभी रहते हैं तो आप एडमिन को उस स्त्रोत पर कार्रवाई करने को कह सकते हैं। ऐसे में अगर कोई संवेदनशील सूचना आपके पास आती है जिससे माहौल खराब हो सकता है तो आप उसकी शिकायत सायबर क्राइम में कर सकते हैं।
6. कई बार सनसनी फैलाने के लिए चटपटी Headlines के समाचार लिखे जाते हैं। जिन्हे पढ़ने पर ज्ञात होता है की Headlines और समाचार में भिन्नता है। ऐसे में किसी भी Headline के आधार पर उस समाचार को आगे फॉरवर्ड ना करें।
7.अगर आप सोशल मीडिया पर समाचार पढ़ना चाहते हैं तो आपके पसंद के न्यूज़ पोर्टल, उसके अधिकृत पेज इत्यादि पर ही समाचार पढ़ें। कई बार एडिट किए गए चित्र भ्रम फैलाते हैं। इसके कारण भी झूठ और प्रपंच का प्रचार होता है।
8.यदि आपको कोई सूचना पसंद आती है तो आप उसे कॉपी पेस्ट करते समय उस स्त्रोत (सोर्स) का नाम अवश्य लिखें, जहां से यह ले रहे हैं। ऐसे में आप जिसे भेज रहे हैं या जिसे प्रस्तुत करना चाहते हैं, आपकी प्रमाणिकता पर संदेह नहीं करेगा।
9.यदि आप सोशल मीडिया पर कोई भी दावा या जानकारी साझा करते हैं तो बिना प्रमाण के पोस्ट या शेयर ना करें और अगर आपके पास ऐसा कोई प्रमाण है तो उसकी सत्य जानकारी सोर्स के साथ अवश्य लिखें।
10.अंतिम बात यह है कि सोशल मीडिया के इस अथाह सूचनाओं के सागर में अच्छे और बुरे, सही और गलत, सत्य और असत्य ज्ञान में अंतर करना काफी मुश्किल कार्य होता है। इसलिए 'अप्प दीपो भव' अपना दीपक स्वयं बनें। आप ज्ञान के लिए सोशल मीडिया पर निर्भर न रहें, स्वाध्याय की आदत डालें और पुस्तकें पढ़ने की रुचि जागृत करें।