वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन में अमेरिका के पुनः शामिल होने समेत 15 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इन सभी की अमेरिका में लंबे समय से मांग चल रही थी और उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान इसका वादा भी किया था। इनमें से 8 का असर दुनिया भर पर होगा। आइए डालते हैं इन फैसलों पर एक नजर...
पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में वापसी : राष्ट्रपति बाइडन ने शपथ ग्रहण करने के बाद एक बार फिर पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में शामिल होने का फैसला किया। ट्रंप के जलवायु परिवर्तन समझौते से अलग होने के बाद अमेरिका इस मामले में अलग थलग पड़ गया था। बहरहाल बाइडन के इस फैसले का पूरी दुनिया पर बड़ा असर होगा और एक बार फिर इस दिशा में तेजी से काम होगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन में लौटेगा अमेरिका : अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बड़े फैसले के तहत विश्व स्वास्थ्य संगठन में फिर लौटने का फैसला किया है। अमेरिका में कोरेाना वायरस के प्रसार और भारी संख्या में लोगों की मौत के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका के अलग होने का फैसला लिया था। ट्रंप ने WHO पर चीन का समर्थन करने का भी आरोप लगाया था।
कोरोना से जंग : नए राष्ट्रपति ने कोरोना से जंग तेज करते हुए राहत पैकेज जारी कर दिया है। अमेरिका में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
मुस्लिम देशों पर लगा प्रतिबंध हटाया : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मुस्लिम देशों पर लगाए गए आव्रजन के बैन को हटा लिया है। उन्होंने पद संभालते ही विदेश मंत्रालय को ट्रंप की नीतियों से प्रभावित हुए देशों के लिए दोबारा वीजा प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
आईटी पेशेवरों के लिए खुशखबर : अमेरिका में अब रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड के लिए सभी देशों के लिए तय सीमा को खत्म कर दिया गया है। बाइडेन के इस कदम से हजारों भारतीय आईटी पेशेवरों को लाभ होगा।
मेक्सिको को राहत : बाइडेन ने मेक्सिको से लगी सीमा पर आपातकाल की घोषणा को वापस ले लिया है। इसके अलावा सीमा पर दीवार बनाने के फैसले और फंडिंग को भी रोका दिया है।
नस्लभेद को खत्म करने की ओर कदम : बाइडन ने शपथ ग्रहण के बाद अपने संबोधन में कहा कि नस्लभेद और राजनीतिक हिंसा के मुद्दे पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मैं पूरे अमेरिका का राष्ट्रपति हूं। उन्होंने कहा कि नस्लीय भेदभाव को लेकर अमेरिका में जो हुआ उसका हमने न्याय और लोकतांत्रिक तरीके से मुकाबला किया। हिंसा के खिलाफ जो हमने कर दिखाया है, वो अमेरिकी प्रजातंत्र की पहचान है। उन्होंने लोकतंत्र और हर अमेरिकी की रक्षा का वादा किया।