ग़ज़ल

Webdunia
- राहत इन्दौर ी
------
WD

ख़ुश्क दरियाओं में हल्की सी रवानी और है
रेत के नीचे अभी थोड़ा सा पानी और है

इक कहानी ख़त्म करके वो बहुत है मुतमइन
भूल बैठा है कि आगे इक कहानी और है

बोरिए पर बैठिए, कु्ल्हड़ में पानी पीजिए
हम क़लन्दर हैं हमारी मेज़बानी और है

जो भी मिलता है उसे अपना समझ लेता हूँ मैं
एक बीमारी ये मुझमें ख़ानदानी और है

Show comments

होली 2025: भांग और ठंडाई में क्या है अंतर? दोनों को पीने से शरीर पर क्या असर होता है?

होली विशेष भांग की ठंडाई कैसे बनाएं, अभी नोट कर लें यह रेसिपी

Holi 2025: होली पर कौनसे पकवान बनाकर खाना चाहिए?

क्या होली की मस्ती में भांग वाली ठंडाई पीना है सेफ? कितनी मात्रा में पीने से नहीं चढ़ता नशा?

Holi Special Recipe: होली स्पेशल रसभरी गुजिया कैसे बनाएं, जानें सरल रेसिपी

शाकाहारी लोगों के लिए वरदान हैं ये भोजन, कभी नहीं होगी विटामिन-बी12 की कमी

सेहत के लिए वरदान हैं इस फल के बीज, फायदे जानने के बाद नहीं फेंकेंगे कूड़े में

डायबिटीज पेशेंट्स को नहीं खाना चाहिए ये 10 वेजीटेरियन फूड्स, वरना दुगनी हो जायेगी शुगर

अदरक के साथ इस एक चीज को मिलाकर खाने से सेहत को मिलते हैं बेशुमार फायदे

होली : फगुनिया गीत

More