तेरी याद बापू मनाएँगे हमअहिंसा की बंसी बजाएँगे हम
जो तूने बता दी है हमको डगर
चलेंगे सदा हम उसी राह पर
क़दम अब न उससे हटाएँगे हम = तेरी याद बापू------
जो तूने दिलाई हैं आज़ादियाँ
लगा देंगे उसकी हिफ़ाज़त में जाँ
ये पूँजी न हरगिज़ गंव्वेंगे हम = तेरी याद बापू--------
वो बच्चे हों, बूढ़े हों या हों जवान
ग़रीब और मज़दूर हो या किसान
क़दम साथ आगे बढ़ाएँगे हम = तेरी याद बापू-------
न अब कोई छोटा न कोई बड़ा
रहे फर्क़ क्यों ज़ात और पात का
के जन-जन को ऊँचा उठाएँगे हम = तेरी याद बापू------
ज़माने में तेरा ही गुणगान है
तेरा नाम भारत का सम्मान है
तेरे नाम से नाम पाएँगे हम = तेरी याद बापू---------
तेरा नाम लेकर बढ़ेंगे ग़रीब
रखेंगे तुझे अपने दिल के क़रीब
तिरंगे की इज़्ज़त बढ़ाएँगे हम = तेरी याद बापू-------
तुझे सारे भारत का प्रणाम है
अहिंसा की लै तेरा पैग़ाम है
ये पैग़ाम दोहराए जाएँगे हम = तेरी याद बापू