लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्या का भाजपा से मोहभंग हो गया है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से ही बेचैन स्वामी प्रसाद मौर्या ने मंगलवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा दे दिया है और इस्तीफा के ठीक बाद स्वामी प्रसाद मौर्या ने अखिलेश यादव से मुलाकात कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, 'सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा।'
बताते चलें की स्वामी प्रसाद मौर्या प्रदेश सरकार में श्रम तथा सेवायोजन मंत्री थे। उनकी बेटी संघप्रिया भारतीय जनता पार्टी से बदायूं से सांसद हैं जबकि इनके बेटे उत्कृष्ट मौर्या को भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में रायबरेली के ऊंचाहार से चुनाव लड़वाया था।
सुत्रों की माने तो मौर्य के इस्तीफे के बाद भाजपा में खलबली मच गई है। लंबे समय से सरकार से नाराज चल रहे कुछ और मंत्री भी शाम तक इस्तीफा दे सकते हैं।
मौर्य पिछले काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। यह भी कहा जा रहा है कि स्वामी मौर्य समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। वे 2016 में बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
माना जा रहा है मौर्य भाजपा को बड़ा झटका दे सकते हैं। उनके साथ करीब डेढ़ दर्जन विधायक भी भाजपा छोड़ सकते हैं। स्वामी ने कहा कि वे भाजपा में दलितों और पिछड़ों की उपेक्षा से नाराज हैं।