मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता जब तक विकास पर बात नहीं करेगी तब तक ऐसी सियासत चलती रहेगी।
प्रियंका ने मुरादाबाद में 'प्रतिज्ञा रैली' में योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री लोगों के प्रति कोई अपनी जवाबदेही नहीं समझते। वे चुनाव के समय धार्मिक जांच की राजनीति करके निकल जाते हैं। जब तक जनता जवाब नहीं मांगेगी, तब तक यह सिलसिला चलता रहेगा। जनता जब तक विकास पर बात नहीं करेगी, तब तक धर्म और जाति की राजनीति चलती रहेगी। जब तक अपने गांव की सड़क, रोजगार और स्वास्थ्य के सवाल सबसे महत्वपूर्ण नहीं होंगे, तब तक आप इसी तरह की राजनीति में आप फंसे रहेंगे।
प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ना चाहती है। हमने प्रतिज्ञाएं ली हैं, जो आपके विकास और आपके जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर हैं। आप अपने मुद्दों पर बात करिए। केंद्र सरकार द्वारा नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने का जिक्र करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि किसानों का आंदोलन इसका प्रमाण है कि आप जब मन बना लेते हैं, अपने लिए लड़ते हैं तो सरकार को झुकना पड़ता है।
किसानों ने त्याग किया और 700 से अधिक किसान शहीद हुए। उन 700 शहीदों के लिए प्रधानमंत्री ने संसद में 2 मिनट का मौन तक नहीं किया। उन्होंने कहा कि पिछले अक्टूबर में लखीमपुर खीरी में नरेंद्र मोदी सरकार के एक मंत्री के बेटे ने किसानों को अपनी जीप तले कुचलकर मार डाला लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा। अपनी ससुराल में रैली में प्रियंका ने काफी दिनों के बाद मुरादाबाद पहुंचने पर खेद व्यक्त किया।
उन्होंने भाजपा सरकार पर पीतल नगरी के नाम से मशहूर मुरादाबाद को अंधेर नगरी में तब्दील करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां मुरादाबाद में 8,000 करोड रुपए का व्यापार होता था, वह अब 2,000 करोड़ रुपए का रह गया है। 2 लाख कारीगरों की रोजी-रोटी खत्म हो चुकी है। नोटबंदी और जीएसटी के रूप में भाजपा सरकार की खराब नीति के कारण व्यापारी बर्बाद हो गए हैं।