मुज़फ्फरनगर। विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अब तेजी के साथ बढ़ रही हैं। सभी दलों ने लगभग यूपी की 403 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है, प्रत्याशियों ने नामांकन प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इस बार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोकदल ने गठबंधन किया है।
इसके चलते चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच होगा। सभी प्रत्याशियों अपने रूठों को मनाने और अपनी बिरादरी का आशीर्वाद लेने के लिए उनके दरवाजे पहुंच रहे हैं।
मुजफ्फरनगर के सिसौली में इस समय एक चर्चा तेजी से जोर पकड़ रही है कि भारतीय किसान यूनियन ने बुढाना विधानसभा सीट पर खड़े हुए गठबंधन प्रत्याशी पूर्व विधायक राजपाल बालियान को आशीर्वाद दे दिया है। सपा-रालोद गठबंधन के राजपाल बालियान के सामने भाजपा के उमेश मलिक प्रत्याशी हैं, ये बुढ़ाना सीट हॉट बनी हुई है। यहां पर भाजपा और गठबंधन दोनों की ही प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इसके चलते दोनों के बीच जबरदस्त घमासान देखने को मिलेगा।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत से गठबंधन प्रत्याशी राजपाल बालियान टिकट मिलने के बाद सिसौली पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। यह बात पूरे शहर और राजनीतिक गलियारों में आग की तरह फैल गई कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने राजपाल को समर्थन दे दिया है। नरेश टिकैत ने इस मामले पर कहा है कि राजपाल उनसे मिले जरूर है, उनको मैंने आशीर्वाद दिया है न कि भारतीय किसान यूनियन ने। उन्होंने स्पष्ट तौर से कहा कि उनका किसी पार्टी को कोई समर्थन नहीं है। चुनाव में किसकी जीत होगी, किसकी हार ये सब जनता के हाथों में है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत बोले कि हम समर्थन इसलिए किसी पार्टी या प्रत्याशी का नहीं करेंगे, क्योंकि संयुक्त किसान मोर्चे का एक प्रतिबंध है, जिसका उल्लंघन कोई भी किसान संगठन और खुद भारतीय किसान यूनियन संगठन भी नहीं कर सकती।
नरेश टिकैत ने बताया कि सिसौली किसानों की है यहां तो पहले से ही हर पार्टी का व्यक्ति आते रहे हैं और हम उन्हें आशीर्वाद देते आए हैं। गत शनिवार यहां गठबंधन प्रत्याशी राजपाल बालियान किसान भवन आए थे, उनको हमने अपना आशीर्वाद दिया है और हम वे पहले भी देते रहे हैं। ये आशीर्वाद हम सभी को देते हैं चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, संगठन या राजनीतिक दल का व्यक्ति हो। आशीर्वाद देने की प्रथा बाबा महेन्द्रसिंह टिकैत के समय से चली आ रही है।
आशीर्वाद देना हमारे संगठन में पहले से चला आ रहा है, इसे समर्थन समझना बिलकुल अनुचित होगा। नरेश टिकैत बोले राजपाल बालियान गठबंधन से प्रत्याशी हैं, अच्छे आदमी हैं, हमसे मुलाकात की हमने आशीर्वाद दिया, थोड़ी बहुत बातचीत हुई, थोड़ा कुछ मुंह से निकल गया होगा, लेकिन वह संगठन का समर्थन नही होगा। किसान भवन में यदि भाजपा या बसपा वाले आ जाएं तो उन्हें हम यहां से भगा देंगे नहीं? उन्हें भी आशीर्वाद मिलेगा। हम सभी को एक नजर से देखते है। कौन जीतेगा या हारेगा, ये सब जनता के हाथ में है।
किसान भवन में चौधरी चरण सिंह और महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा है तो राजपाल बालियान दोनों महान पुरुषों से आशीर्वाद लेने आए थे। हम संयुक्त किसान मोर्चे से अलग नहीं है, इसलिए उनके विपरीत हम नहीं जा सकते हैं। बहुत जल्दी चुनाव की तारीख घोषित कर दी है, टिकट को लेकर मारामारी चल रही है, पर्चे भरे नहीं गए हैं। देखना होगा किस पार्टी का घोषणा पत्र मजदूरों और किसानों के हित की बात करता है।
हमें किसानों के 13 महीने आंदोलन के भी याद रखने हैं। पिछले चुनाव में हमने भाजपा को समर्थन दिया था वो हमारी भूल रही। इस बार हम उस भूल को दोहराना नहीं चाहते हैं। भारतीय किसान यूनियन का अपना एक अस्तित्व है और संयुक्त किसान मोर्चे का एक बंधन है हम उस से बाहर नहीं जाएंगे।