वाराणसी। उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब कोई सरकार किसी मंदिर में कैबिनेट बैठक करने जा रही है। खबरों के अनुसार, सूबे की योगी सरकार की कैबिनेट बैठक 16 दिसंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर में होगी। इसे आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में फिर से वापसी की कवायद में जुटी भाजपा का मास्टरस्ट्रोक भी माना जा रहा है।
खबरों के अनुसार, चुनाव से पहले पूर्वांचल को साधने के लिए योगी सरकार काशी विश्वनाथ धाम में कैबिनेट बैठक कर एक बड़ा संदेश देना चाहती है। यह बैठक 16 दिसंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर में होगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा के साथ ही अन्य मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे।
इस बैठक को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। सुरक्षा के लिहाज से भी यहां पुलिस अफसर मसौदा तैयार कर रहे हैं। अब तक उत्तर प्रदेश के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ है, जब पूरी कैबिनेट लखनऊ छोड़कर कहीं किसी मंदिर में पहुंचे और वहां बैठक हो।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का शुभारंभ होना है। खुद प्रधानमंत्री इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण करेंगे। इस दिन को ख़ास बनाने के लिए योगी सरकार के साथ ही अधिकारियों और भाजपा संगठन ने खास योजना बनाई है।