लखनऊ। उत्तरप्रदेश चुनाव में जिन्ना और पाकिस्तान की एंट्री हो चुकी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के जिन्ना पर बयान के बाद से ही भाजपा हमलावर है। सवाल उठ रहे हैं कि अखिलेश बयान देकर फंस गए हैं या जानबूझकर उन्होंने इस तरह की बात कही है। राजनीतिक हलकों में पूछा जा रहा है कि क्या अखिलेश को यह बयान महंगा पड़ सकता है।
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री और सांसद हरीश द्विवेदी ने जिन्ना पर बयान देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को घेरा और उन्हें पाकिस्तान से चुनाव लड़ने की सलाह दे डाली।
भाजपा सांसद ने कहा कि भारत को धार्मिक आधार पर दो हिस्सों में बांटने वाले जिन्ना की तुलना लौह पुरुष सरदार पटेल से करके सपा मुखिया ने देश के लाखों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। अगर वे माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें पाकिस्तान जाकर वहां अपनी पार्टी बनानी चाहिए। वहीं से चुनाव लड़ना चाहिए।
द्विवेदी ने कहा कि जिन्ना न कभी भारत के हित में सोचते थे और न ही सपा मुखिया अखिलेश देश-प्रदेश के हित के बारे में सोच रहे हैं। विधानसभा चुनाव में इस बयान का जवाब सूबे की जनता देगी। जनता वोट जरिए उन्हें बताएगी कि देश के लिए जिन्ना और उनके जैसे समर्थक महत्वपूर्ण हैं या फिर लौट पुरुष सरदार पटेल समेत लाखों शहीद क्रांतिवीर।
उल्लेखनीय है कि हरदोई की एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि भारत की आजादी में मोहम्मद अली जिन्ना का भी योगदान है। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और आजादी दिलाई।