नई दिल्ली। निर्यात में विविधता लाने के लिए आर्थिक समीक्षा 2021-22 में प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर जारी बातचीत को तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
समीक्षा में कहा गया है कि निर्यात किए जाने वाले उत्पादों तथा गंतव्यों में विविधता लाने के लिए एफटीए को तेजी से पूरा करना जरूरी है। इसमें कहा गया कि भारत ने पिछले 25 वर्षों में अपने निर्यात गंतव्यों में विविधता हासिल की है, फिर भी देश के निर्यात का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा अभी भी केवल सात देशों के पास है।
भारत पिछले कई वर्षों से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय और क्षेत्रीय, दोनों तरह के एफटीए पर बातचीत कर रहा है।(भाषा)