नई दिल्ली: भारतीय टेनिस प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है कि सुमित नागल टोक्यो ओलंपिक के पुरुष एकल वर्ग में खेल सकेंगे। भारतीय टेनिस महासंघ ने एआईटीए को इसकी पुष्टि की है। हरियाणा के झज्जर से ताल्लुक रखने वाले नागल की 14 जून को रैंकिंग 144 थी जो टोक्यो ओलंपिक में सीधे प्रवेश का आधार थी। प्रजनेश गुणेश्वरन रैंकिंग में 148वें स्थान पर होने के कारण टोक्यो का टिकट नहीं कटा सके। वहीं, युकीं भांबरी चोट के कारण बाहर हो गए हैं।
टेनिस में प्रविष्टियां स्वीकार करने की समय सीमा कुछ घंटे बाद समाप्त हो रही है।कड़े प्रोटोकॉल और कोरोना संक्रमण के डर से कई खिलाड़ियों ने ओलंपिक से नाम वापिस ले लिया है। एआईटीए के एक अधिकारी ने कहा, हमें आईटीएफ से मेल मिला है कि सुमित टोक्यो में खेल सकते हैं। उनका ब्यौरा मांगा है। हमने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
युकी भांबरी की रैंकिंग 127 थी और उन्होंने कट में प्रवेश कर लिया था लेकिन हाल ही में अमेरिका में दाहिने घुटने की सर्जरी के कारण वह टोक्यो में खेल नहीं पाएंगे। भांबरी ने पीटीआई से कहा, मैं ओलंपिक में नहीं खेलूंगा।
23 साल के नागल अगर खेल पाते हैं तो देखना यह होगा कि युगल में रोहन बोपन्ना के साथ वह उतर सकते हैं या नहीं। बोपन्ना और दिविज शरण को टोक्यो ओलंपिक में अभी तक जगह नहीं मिली है। बोपन्ना और दिविज की संयुक्त रैंकिंग 113 और विकल्पों की सूची में वे पांचवें स्थान पर है। नागल के खेलने से भारत मिश्रित युगल में भी टीम उतार सकता है। अभी अंकिता रैना और सानिया मिर्जा महिला युगल खेल रही हैं। (भाषा)