टोक्यो: पदक की बड़ी उम्मीदों के साथ टोक्यो पहुंचे भारतीय निशानेबाजों को मंगलवार को यहां टोक्यो ओलंपिक में पहली बार शामिल मिश्रित टीमों के भी निराशाजनक प्रदर्शन के कारण असाका रेंज से लगातार चौथे दिन भी बैरंग लौटना पड़ा।
सौरभ चौधरी और मनु भाकर की जोड़ी को 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन क्वालीफिकेशन के पहले चरण में शीर्ष पर रहने के बाद दूसरे चरण में वह लय में नहीं दिखे और आखिर में उन्हें 380 के कुल स्कोर के साथ सातवें स्थान से संतोष करना पड़ा। इस भारतीय जोड़ी ने पहले चरण में 582 अंक बनाये थे।
इन दोनों में मनु का प्रदर्शन निराशाजनक रहा जो महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में अपनी पिस्टल में गड़बड़ी के कारण फाइनल्स के लिये क्वालीफाई नहीं कर पायी थी। सौरभ पुरुष वर्ग के क्वालीफिकेशन में भी शीर्ष पर रहकर फाइनल्स में पहुंचे थे लेकिन उसमें भी वह सातवें स्थान पर रही रहे थे।
अभिषेक वर्मा और यशस्विनी सिंह देसवाल की एक अन्य भारतीय जोड़ी इस स्पर्धा के पहले चरण में 564 अंक के साथ 17वें स्थान पर रहने के कारण शुरू में ही बाहर हो गयी। चोटी की आठ टीमें ही दूसरे चरण के क्वालीफिकेशन में प्रवेश करती हैं।
भारत की दो जोड़ियों ने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में भी हिस्सा लिया था लेकिन वे क्वालीफिकेशन के पहले चरण से भी आगे नहीं बढ़ पायी।
इलावेनिल वालारिवान और दिव्यांश सिंह पंवार की जोड़ी 626.5 अंक बनाकर 12वें तथा अंजुम मोदगिल और दीपक कुमार की जोड़ी 623.8 अंक बनाकर 29 जोड़ियों के बीच 18वें स्थान पर रही।
ओलंपिक में पहली बार मिश्रित टीम स्पर्धाओं को शामिल किया गया है।
इससे पहले सौरभ और मनु ने शुरू में कुछ उम्मीदें जगायी थी लेकिन सौरभ को मनु से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला जिससे टीम की पदक की उम्मीदें समाप्त हो गयी।
सौरभ ने दूसरे चरण में 194 (96 और 98) अंक बनाये लेकिन मनु 186 (92 और 94) अंक ही बना सकी। इस तरह से यह भारतीय जोड़ी 380 के कुल स्कोर के साथ सातवें स्थान पर रही।
क्वालीफिकेशन के पहले चरण में भी सौरभ ने अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने 98, 100 और 98 के स्कोर के साथ कुल 296 अंक बनाये जबकि मनु ने 286 अंक (97, 94 और 95) हासिल किये। चोटी की आठ टीमों ने अगले चरण में प्रवेश किया।
अभिषेक और यशस्विनी ने हालांकि निराशाजनक प्रदर्शन किया। अभिषेक ने 283 (92, 94 और 97) जबकि यशस्विनी ने 281 (95, 95 और 91) अंक बनाये।
अब नजरें राइफल निशानेबाजों पर थी लेकिन उनके निशाने भी सटीक नहीं बैठे। इलावेनिल और दिव्यांश की शुरुआत अच्छी नहीं रही जबकि अंजुम और दीपक तो किसी भी समय मुकाबले में नहीं दिखे।
इलावेनिल ने तीन सीरिज में 313.2 और दिव्यांश ने 313.3 का स्कोर बनाया। अंजुम और दीपक का स्कोर क्रमश: 312.4 और 311.4 रहा।
क्वालीफिकेशन दौर में पहले चरण में 10 शॉट की तीन सीरीज होती हैं। इस चरण में शीर्ष आठ स्थान पर रहने वाली जोड़ियां दूसरे चरण की दो सीरीज में भाग लेती हैं। इस चरण में पहली दो टीमें स्वर्ण पदक जबकि तीसरे और चौथे स्थान की टीम कांस्य पदक के लिये खेलती हैं।
मनु और अंजुम अभी क्रमश: महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल और 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में भाग लेंगी।