भाद्रपद की तृतीया के दिन हरतालिका तीज का व्रत रखकर शिव, पार्वती और गणेशजी का पूजन करते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार हरतालिका का व्रत 30 अगस्त 2022 मंगलवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव, गणेशजी और माता पार्वती की पूजा करती हैं। आओ आओ जानते हैं पूजा की सरल विधि।
1. हरतालिका तीज का पूजन सूर्यास्त के बाद प्रदोषकाल में किया जाता है।
2. इस दिन शिव, पार्वती और गणेशजी की बालू की मूर्ति बनाकर उसकी पूजा करते हैं।
3. पूजा स्थल को फल, फूल और पत्तियों से सजाकर सभी को चौकी पर केले के पत्ते पर विराजमान करते हैं।
4. इसके बाद सभी देवताओं के आह्वान के साथ ही चौकी के समक्ष धूप, दीप प्रज्वलित करें।
5. इसके बाद भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश का षोडशोपचार पूजन करें।
6. षोडशोपचार पूजन में 16 प्रकार की पत्तियां और 16 प्रकार की पूजन सामग्री होती है।
7. पूजन सामग्री से सुहाग की पिटारी से 16 श्रृंगार की वस्तुएं निकालकर माता को अर्पित करें।
8. शिवजी को धोती और अंगोछा अर्पित करें और गणेशजी को लड्डू, दूर्वा एवं जनेऊ चढ़ाएं।
9. इस प्रकार पूजन के बाद आरती उतारें और मंत्र जाप करें।
10. अंत में हरतालिका जीत की कथा सुनें, रात्रि जागरण करें और भजन-कीर्तन करें।
11. अगले दिन सुबह आरती के बाद माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाएं व ककड़ी-हलवे का भोग लगाकर व्रत खोलें।