गुरुओं का सहस्र नमन!!

Webdunia
- डॉ. सुलोचना बगाना
बीएएमएस (आयुर्वेदाचार्य)

WD
WD
है आज बहुत हर्षि‍त मन मेरा,
शि‍क्षक दि‍वस है पर्व सुनहरा।
इस पुलकि‍त पावन अवसर पर,
वंदन करता है मन मेरा।।

आपकी महि‍मा आपका गौरव
आपका चिंतन आपका ज्ञान।
आपके ही उपदेश वचन
करते हैं सबका कल्‍याण।।

आपकी गरि‍मा का क्‍या बखान करें,
आपके गौरव का कैसे गुणगान करें।
डरती है लेखनी मेरी,
न कहीं कोई यह भूल करे।।

आपने ही त्रि‍दोष बताए,
सप्तधातुओं से ज्ञान कराया।
' आयुर्वेद' के अष्ट-अंगों से,
आप ही ने तो सज्ञान कराया।।

आयुर्वेद का इति‍हास बताकर,
इसके महत्‍व का अहसास कराया।
दर्शन का दृष्टा बनाकर,
आत्‍मा-परमात्‍मा का मि‍लन कराया।।

संस्‍कृत के संस्‍कार बताए,
और भाषा का ज्ञान सि‍खाया।
आयुर्वेदि‍क चि‍कि‍त्‍सा पद्धति‍ से,
' आयुर्वेदामृत' जन-जन को पि‍लाया।।

ऐसे गुरुजन आपको हृदय से वंदन,
इस पुलकि‍त-पावन अवसर पर।
पुन:- पुन: सहस्र नमन,
पुन:- पुन: सहस्र नमन।।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

रात में Wi Fi राउटर बंद करने से क्या होता है? क्या हेल्थ पर पड़ता है कोई असर?

चाणक्य की इन बातों से जानें जीने की कला, अगर सीख ली तो कदमों में होगी दुनिया

क्या महिलाओं को भी होता है स्वप्नदोष, क्या कहते हैं डॉक्टर्स?

1 मिनट से लेकर 1 घंटे तक चलने के हैरान कर देने वाले फायदे, जानिए हर मिनट के साथ आपके शरीर में क्या बदलता है?

ऑपरेशन सिंदूर की कर्नल सोफिया कुरैशी का रानी लक्ष्मीबाई से क्या है कनेक्शन

सभी देखें

नवीनतम

पार्टनर के लिए 20 बेहतरीन रोमांटिक गुड मॉर्निंग लव शायरी और कोट्स

भारत में कैसे आता है मॉनसून? समझिए बारिश का पूरा विज्ञान

ओवरथिंकिंग को कम कर सकते हैं ये फूड्स, जानें फायदे

हर आदमी को पता होनी चाहिए दिल के दौरे की ये शुरुआती निशानियां

बरखा की बूंदों में भीगी ये शायरी पढ़ कर दिल हो जाएगा तरोताजा