नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से ही पाकिस्तान के आतंकी संगठन सक्रिय हो गए हैं और अपनी नापाक साजिशों को रचने लगे हैं। इस बीच खबर आई है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने तालिबान के नेताओं से मुलाकात की है। 'इंडिया टुडे' की एक खबर के मुताबिक मसूद अजहर ने कश्मीर घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशन के लिए तालिबान से मदद मांगी थी।
मसूद अजहर ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान की 'जीत' पर खुशी जताई थी। उसने 'अमेरिका समर्थित अफगानिस्तान सरकार' के पतन को लागू करने के लिए आतंकवादी समूह की प्रशंसा की थी। 16 अगस्त को 'मंजिल की तरफ' शीर्षक से अपने लेख में जेईएम प्रमुख ने अफगानिस्तान में 'मुजाहिदीन की सफलता' की प्रशंसा की थी। तालिबान की जीत पर एक-दूसरे को बधाई देने के लिए पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित अपने मरकज (मुख्यालय) में JeM पदाधिकारियों के बीच एक संदेश भी प्रसारित किया जा रहा है।