दोहा। अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अफगानिस्तान पर पूरी तरह तालिबान का राज कायम हो चुके हैं। इस बीच खबरें हैं कि दोहा में भारत और तालिबान के बीच पहली औपचारिक बातचीत हुई है।
मीडिया खबरों के मुताबिक तालिबान की सिफारिश पर भारतीय राजदूत दीपक मित्तल और तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास की मुलाकात हुई है।
खबरों के अनुसार भारत ने तालिबान के सामने भारतीयों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया है। भारत ने तालिबान के सामने आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया है।
दीपक मित्तल ने तालिबान से कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी तरह भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
दूतावासों को फिर खोलने की अपील : तालिबान ने विदेशी राष्ट्रों से काबुल स्थित राजनयिक मिशनों को फिर से संचालित करने की अपील की है।
अफगानिस्तान के टोलो न्यूज चैनल ने तालिबान के प्रवक्ता मौलवी दिलावर के हवाले से मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि हम काबुल में दूतावास रखने वाले देशों का स्वागत करते हैं और हम अपने दूतावासों को बंद करके जा चुके देशों से इसे फिर से खोलने का आग्रह करते हैं।
उनके लिए यहां पर कोई खतरा नहीं है। उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान का कब्जा होने के बाद भारत और अमेरिका सहित कई देशों ने काबुल स्थित अपने दूतावासों को बंद कर दिया है।