मेजबान के खिताब नहीं जीत पाने का कलंक धोने उतरेगा वेस्टइंडीज
T20I World Cup के इतिहास में कोई मेजबान आज तक खिताब नहीं जीत सका है
T20I World Cup के इतिहास में कोई मेजबान आज तक खिताब नहीं जीत सका है लेकिन दो बार कप्तान के तौर पर वेस्टइंडीज को टी20 चैम्पियन बनाने वाले डेरेन सैमी इस बार मुख्य कोच के तौर पर इस सिलसिले को तोड़ना चाहेंगे।
पिछले आठ सत्रों में कोई मेजबान टी20 विश्व कप नहीं जीत सका है। सैमी को इस बार वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टूर्नामेंट में यह मिथक तोड़ने की उम्मीद है।
श्रीलंका 2012 में कोलंबो में फाइनल में वेस्टइंडीज से हार गया था। जीत के लिये 138 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंकाई टीम 101 रन पर आउट हो गई थी। चार साल बाद वेस्टइंडीज ने ईडन गार्डंस पर इंग्लैंड को हराकर दूसरी बार खिताब जीता। उस समय बेन स्टोक्स के आखिरी ओवर में कार्लोस ब्रेथवेट ने चार लगातार छक्के लगाये थे।
सैमी को पिछले साल वेस्टइंडीज का सीमित ओवरों का मुख्य कोच बनाया गया। उनके साथ खेल चुके जॉनसन चार्ल्स और आंद्रे रसेल ही इस टीम में हैं।
सैमी ने कैरेबियाई मीडिया से कहा , हमें पता है कि विजयी टीम कैसे चुनी जाती है। हम पहले भी यह कर चुके हैं और इस बार भी टूर्नामेंट को लेकर काफी रोमांचित है। हमने तैयारी आस्ट्रेलिया में पिछले विश्व कप से ही शुरू कर दी थी।
वेस्टइंडीज की टीम यूएई में हुए 2021 टी20 विश्व कप से ग्रुप चरण में ही बाहर हो गई थी। वहीं आस्ट्रेलिया में 2022 में हुए टूर्नामेंट में भी निकोलस पूरन की कप्तानी वाली टीम मुख्य ड्रॉ के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी थी।
पूरन पर इस बार कप्तानी का दबाव नहीं है और वह मध्यक्रम में ट्रंपकार्ड साबित हो सकते हैं। उन्होंने आईपीएल में लखनऊ सुपर जाइंट्स के लिये 499 रन बनाये। मेजबान को सुनील नारायण की कमी खलेगी जिन्होंने आईपीएल में इस सत्र में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिये शानदार प्रदर्शन किया है। सैमी उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला बदलने के लिये मना नहीं सके।
वेस्टइंडीज को पापुआ न्यू गिनीया और युगांडा के खिलाफ ग्रुप सी के पहले दो मैच दो और नौ जून को खेलने हैं। इसके बाद न्यूजीलैंड से 13 जून को और अफगानिस्तान से 18 जून को मैच होगा। हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सुपर आठ में पहुंचेंगी।
टीम इस प्रकार है :रोवमैन पावेल (कप्तान), अल्जारी जोसफ, जॉनसन चार्ल्स, रोस्टन चेस, शिमरोन हेटमायर, जेसन होल्डर, शाई होप, अकील हुसैन, शमार जोसफ, ब्रैंडन किंग (विकेटकीपर), गुडाकेश मोती, निकोलस पूरन, आंद्रे रसेल, शेरफाने रदरफोर्ड, रोमारियो शेफर्ड।