नामीबिया के खिलाफ भारत को अपने टी-20 विश्वकप का अंतिम मैच खेलना है। यह मैच भारत का इस टी-20 विश्वकप में आखिरी मैच होगा वहीं विराट कोहली के लिए कप्तान के तौर पर यह आखिरी टी-20 मैच होगा। आज के बाद वह जब भी टी-20 मैच में खेलेंगे तो सिर्फ बतौर बल्लेबाज ही खेलेंगे।
विराट कोहली ने टी-20 विश्वकप शुरु होने से पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि इस टूर्नामेंट के बाद वह टी-20 की कप्तानी नहीं करेंगे। विराट की विदाई से पहले नजर डाल लेते हैं कि उनका टी-20 कप्तानी का रिकॉर्ड कैसा रहा।
अगर यह पहले से ही मान लिया जाए कि आज होने वाले नामीबिया से होने वाले मैच में टीम इंडिया जीतेगी तो ओवरऑल टी-20 अंतरराष्ट्रीय में बतौर कप्तान उन्होंने 51 टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें से 30 में जीत, 16 में हार, दो ड्रॉ और दो बेनतीजा रहे हैं।
इन आंकड़ों के साथ वह सफलता के मामले में वह दिग्गज भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से भी आगे हैं। धोनी ने 72 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें वह 41 मैच जीते और 28 मैच हारे हैं। बतौर कप्तान धोनी की मैच विनिंग पर्संटेज 59.28 है, जबकि विराट की 66.11 है।
बस महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी मिलते साथ ही टी-20 विश्वकप टीम इंडिया को जिता दिया था इस कारण वह विराट कोहली से ऊपरी तौर पर बेहतर कप्तान दिखायी देते हैं।
बतौर कप्तान टी-20 रन बनाने के मामले में वह शीर्ष भारतीय कप्तान हैं। 1570 रनों के साथ वह भारत के पहले और दुनिया के चौथे सर्वाधिक रन बनाने वाले टी-20 कप्तान हैं। कप्तान के रूप में सबसे तेज एक हजार टी-20 रन बनाने की उपलब्धि भी उनके नाम है, जो उन्होंने सिर्फ 30 पारियों में हासिल की है।
एक बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने 94 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 29 अर्धशतकों के साथ 3227 रन बनाए हैं। आज वह नामीबिया के खिलाफ एक बेहतरीन पारी खेलकर अर्धशतकों का अपना आंकड़ा 30 तक ले जाने तक की कोशिश करेंगे। हालांकि इस आंकडे को एक बल्लेबाज के तौर पर बढ़ाने का उनको आगे और मौका मिलेगा। बस वह अब कप्तान कोहली के तौर पर नहीं दिखेंगे।