पिछली बार जब भारत और पाकिस्तान की टीम आमने सामने हुई थी तो भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे और पाकिस्तान के कप्तान शाहिद अफरीदी थे। अब ना तो यह दोनों कप्तान ही है बल्कि मैदान पर अंतिम ग्यारह में भी नहीं दिखेंगे।
इस कारण जब भारतीय टीम पाकिस्तान से रविवार को दो दो हाथ करने उतरेगी तो ऐसा पहली बार होा जब भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी अंतिम ग्यारह में नहीं होंगे और ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी पाकिस्तान टीम में नहीं होंगे।
हालांकि महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम के डगआउट में जरुर दिखेंगे। इस बार वह कप्तान की जगह मेंटर की भूमिका में भारतीय टीम को तैयार करेंगे और उनका पहला इम्तिहान पाकिस्तान के खिलाफ दिखेगा।
वहीं शाहिद अफरीदी की बात करें तो वह टीवी पर मैच देखेंगे और अपनी टीम को चियर करेंगे। वह किसी पाकिस्तानी चैनल में कल एक एक्सपर्ट के तौर पर भी देखे जा सकते हैं।
2007 में धोनी और अफरीदी दोनों ने उठाई थी एक ट्रॉफी
साल 2007 के टी-20 फाइनल को कोई कौन भूल सकता है। यह मैच अंतिम ओवर तक गया था और भारत 5 रनों से विजयी रहा था। इस मैच को जीतकर जहां महेंद्र सिंह धोनी बतौर कप्तान टी-20 विश्वकप जीतने वाले पहले कप्तान बने थे।
वहीं शाहिद अफरीदी इस पूरे टूर्नामेंट के मैन ऑफ द सीरीज बने थे। अफरीदी ने इस सीरीज में गेंद और बल्ले से पाकिस्तान के लिए कमाल दिखाया था।
टी-20 विश्वकप में पाक के खिलाफ धोनी का प्रदर्शन
टी-20 विश्वकप में वैसे तो पाकिस्तान के खिलाफ धोनी का प्रदर्शन कप्तानी से तौला जाता है। यह पहला मौका है जब टी-20 विश्वकप में पाकिस्तान कप्तान धोनी नहीं कप्तान कोहली का सामना करेगा।
महेंद्र सिंह धोनी ने कुल 5 मैचों में पाकिस्तान के खिलाफ 52 रन बनाए हैं। पिछले टी-20 विश्वकप में महेंद्र सिंह धोनी ने चौका मारकर पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया को पांचवी जीत दिलाई थी।
शाहिद अफरीदी का भी रहा है खराब रिकॉर्ड
धोनी की तरह ही टी-20 विश्वकप में भारत के खिलाफ खराब रिकॉर्ड रहा है। वह भी तब जब वह एक ऑलराउंडर है। उन्हें गेंद और बल्ले से दोनों से अपने प्रदर्शन को दिखाने का मौका था लेकिन किसी भी मैच में वह कमाल का प्रदर्शन नहीं कर सके।
भारत के खिलाफ खेले गए पांचो मैचों में उन्होंने महज 38 रन बनाए और गेंद से सिर्फ 3 विकेट लिए।
महेंद्र सिंह धोनी रहे सबसे सफल कप्तान, अफरीदी का सर्वाधिक विकटों का रिकॉर्ड अभी अभी टूटा
साल 2007 से साल 2016 तक महेंद्र सिंह धोनी की कमान टीम इंडिया के हाथ में थी। उनकी कप्तानी में भारत को बहुत सफलता मिली। धोनी की कप्तानी में खेले गए 72 मैचों में से 41 में से भारत को जीत नसीब हुई।
शाहिद अफरीदी का टी-20 करियर भी लगभग इस दौरान ही शुरु और खत्म हुआ। लेकिन शुरुआत से ही शाहिद अफरीदी को यह फॉर्मेट बहुत भाया। वह लंबे समय तक टी-20 क्रिकेट के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने रहे। उनका रिकॉर्ड हाल ही में शाकिब अल हसन ने तोड़ा।(वेबदुनिया डेस्क)