टी-20 विश्वकप 2021 में भारत जोश के साथ मैदान पर उतरा था लेकिन अब टीम के होश ठिकाने पर आ गए हैं। पहले पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट से हार और फिर न्यूजीलैंड से 8 विकेट से हार मिली।
इस हार पर बयान और आलोचना तो हुई लेकिन टीम की ओर से जो बातें सामने आयी वह यह कि भारतीय गेंदबाज ओस के कारण बेअसर साबित हुए। दो मैचों में भारतीय गेंदबाजो ने 194 गेंदो में 263 रन लुटाए इस का कारण ओस के कारण हुई गीली गेंद बताई गई।
बल्लेबाजी के लिए भी कमोबेश यह ही बात सामने लाई गई कि शुरुआती ओवरों में स्विंग हुई जिससे शाहीन अफरीदी और ट्रेंट बोल्ट को फायदा मिला और टीम इंडिया शुरुआत से ही लड़खड़ा गई।
लेकिन यह सारी स्थितियां कल इंग्लैंड के सामने भी हुई थी। लेकिन जब तक मैच खत्म हुआ इंग्लैंड इन सारी विषम परिस्थितियों को पार कर चुकी थी।
श्रीलंका ने टॉस जीता-
श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 विश्व कप 2021 के 17वें मैच में सोमवार को टाॅस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया था। दोनों ही टीमें पिछले मैच की प्लेइंग इलेवन के साथ खेल रहीथी।
यह शुरुआत में ही श्रीलंका को बड़ा फायदा मिला लेकिन इंग्लैंड फिर भी आत्मविश्वास के साथ ड्रेसिंग रुम में आयी।वहीं टॉस हारने के बाद विराट कोहली का चेहरा उतर गया था और वहीं से टीम का मनोबल भी गिरना शुरु हो गया था।
35 पर 3 से 163 रनों तक पहुंची इंग्लैंड
पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई इंग्लैंड टीम ने 35 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे। इसके बाद बटलर ने पहला टी20 शतक जमाते हुए 67 गेंद में नाबाद 101 रन और मोर्गन ने 36 गेंद में 40 रन की पारी खेली। दोनों ने चौथे विकेट के लिये 78 गेंद में 112 रन बनाकर इंग्लैंड को शुरूआती झटकों से निकालते हुए चार विकेट पर 163 रन तक पहुंचाया।
इंग्लैंड को मालूम था दूसरी पारी में ओस आने वाली है जिससे श्रीलंका को आसानी से रन बनाने का मौका मिलेगा इस कारण 3 विकेट खोकर सूजबूझ के साथ खेला और 12वें ओवर से ही तेजी से रन बनाने शुरु कर दिए।
इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि जोस बटलर ने पहले 50 रन 45 गेंदो में बनाए और 67 गेंदो में उन्होंने शतक बना लिया। जितने रन जोस बटलर ने कल बनाए उससे बस 8 रन ज्यादा भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाए थे।
ओस आने से पहले ही शुरुआत में विकेट निकाले
श्रीलंका की शुरूआत बेहद खराब रही और उसके तीन विकेट 31 गेंद के भीतर ही गिर गए जब स्कोर बोर्ड पर 34 रन टंगे थे।पाथुम निसांका (1) तीसरी गेंद पर रन आउट हो गए। कुसल परेरा (सात) और चरित असालांका (21) को लेग स्पिनर आदिल रशीद ने पवेलियन भेजा।
अविष्का फर्नांडो (13) और भानुका राजपक्षा (26) ने 23 रन की साझेदारी की लेकिन क्रिस जोर्डन ने नौवे ओवर में फर्नांडो को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। श्रीलंका को 10 ओवर में 98 रन की जरूरत थी। राजपक्षा ने वोक्स को लगातार चौका छक्का लगाकर दबाव कम करने की कोशिश की लेकिन अगली गेंद पर आउट हो गए।
इसके बाद से श्रीलंका के लिये वापसी करना मुश्किल हो गया था। वानिंदु हसरंगा डिसिल्वा (34) और कप्तान दासुन शनाका (26) ने कोशिश की और आखिरी पांच ओवर में श्रीलंका को 51 रन की जरूरत थी। जोर्डन के डाले 16वें ओवर में 10 रन बने। इसके बाद लियाम लिविंगस्टोन ने इस साझेदारी को तोड़कर श्रीलंका की वापसी की उम्मीदें खत्म कर दीं।
इसके अलावा रन आउट और कैचिंग शानदार रही। हसरंगा का जो कैच रॉय ने बिलिंग्स को दिया वह शानदार था। वह मैच में टर्निंग प्वाइंट रहा। कुल मिलाकर इंग्लैंड ने सारी बाधाएं पार कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया और बताया कि टीम हर स्थिती में जीत सकती है।