ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने जश्न के तरीकों के लिए जानी जाती है। पहले वनडे विश्वकप से लेकर पांचवे वनडे विश्वकप की जीत ऑस्ट्रेलिया ने हुडदंग करके मनाई है।
इसके अलावा जब चैंपियन्स ट्रॉफी 2006 की जीत का जश्न ऑस्ट्रेलिया ने मनाया तब तक शरद पवार को लगभग धक्का ही दे दिया था। टी-20 विश्वकप जीत का इंतजार ऑस्ट्रेलिया लंबे समय से कर रही थी।
इस कारण इसे जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम एक अलग ही अंदाज में जश्न मनाते हुई दिखी। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम में जूते में बियर डालकर उसे पीते हुए पाए गए।
इस वाक्ये का वी़डियो आईसीसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अपलोड किया है। इसमें पहले विकेटकीपर मैथ्य़ू वे़ड ने जूते में बियर डाली और फिर वह उसे पी गए। इसके बाद ऑलराउंडर मार्कस स्टॉइनिस ने भी उनका काम दोहराया और बियर को जूते में डाला और उसे पी गए।
इसको कहा जाता है शुई
वैसे इस वीडियो को देखकर कई लोग कह सकते हैं कि कंगारू खिलाड़ी साफ सफाई का ख्याल नहीं रखते लेकिन यह एक परंपरा है। इसे या तो जश्न या फिर यातना का प्रतीक माना गया है।
महिलाओं की चप्पल में शैम्पेन पीना तो 20वीं सदी के आरंभ में पतन का कारण माना जाता था। यह चलन ऑस्ट्रेलिया में अभी भी प्रचलित है और इसको शुई के नाम से जाना जाता है।
ऑस्ट्रेलिया का ऐसा रहा टी-20 विश्वकप फाइनल का सफर
शुरुआत में यह टीम उतनी खास नहीं लग रही थी। दक्षिण अफ्रीका से टीम अंतिम ओवर में चले मुकाबले में जीती। इसके बाद श्रीलंका से हुए मुकाबले से टीम ने फॉर्म में वापसी की। इंग्लैंड से टीम को बुरी तरह 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ी लेकिन बांग्लादेश और वेस्टइंडीज पर बड़ी जीत के साथ टीम सेमीफाइनल तक आयी।
टीम के लिए सबसे अच्छी बात यह रही कि उनके सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर फॉर्म में वापस लौट आए। जोश हेजलवुड ने लगातार विकेट लिए और स्पिनर एडम जैंपा ने भी एक मैच में 5 विकेट लिए ।
सबसे बड़ा कमाल ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के खिलाफ किया। अविजित नजर आ रही पाकिस्तान को एक बेहद रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने एशियाई टीम को 5 विकेट से हराया।
इसके बाद फाइऩल मे ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला उसके पड़ोसी से होना था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया आईसीसी नॉक आउट मुकाबले में न्यूजीलैंड से कभी नहीं हारा था। यह आत्मविश्वास लेकर ऑस्ट्रेलिया मैदान पर उतरा और लगभग एक तरफा मुकाबले में न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हराकर पहली बार टी-20 विश्वकप का खिताब अपने नाम किया।