दो मुट्ठी बासमती चावल, दो लीटर गाढ़ा दूध, पचास ग्राम मावा, पाव कटोरी मेवे की कतरन, चार बड़े चम्मच शकर, आधा चम्मच पिसी इलायची, तीन-चार लच्छे केसर, चुटकी-भर मीठा पीला रंग।
विधि :
सबसे पहले खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। अब दूध को मोटे तले वाले बर्तन में लेकर गरम करके 10-15 उबाल लेकर पका लें। अब चावल का पूरा पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें।
चावल पकने के बाद शकर डालें उसे गलने तक दूध को लगातार चलाती रहें। बीच में छोड़े नहीं। अब मावे को किसनी से कद्दूकर कर लें और खीर में मिला दें। जब खीर अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें मेवे की कतरन, इलायची डालें।
एक अलग कटोरी में थोड़ा-सा गरम दूध लेकर केसर 5-10 मिनट के लिए उसमें गला दें। तत्पश्चात केसर घोंटें और उबलती खीर में डाल दें। अगर खीर केसरिया रंग की ना दिख रही हो तो उसमें चुटकी-भर मीठा पीला रंग घोलकर डाल दें। अब तैयार हो रही खीर की 5-7 उबाली लेकर आंच बंद कर दें। तैयार मेवायुक्त केसरिया खीर से पितृ को भोग लगाएं।