सामग्री :
250 ग्राम गेहूं का आटा (छना हुआ), 350 ग्राम शकर का बूरा, 100 ग्राम किशमिश (साफ की हुई), 100 ग्राम मेवा कतरन, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 1/4 कटोरी तला हुआ गोंद, घी आवश्यकतानुसार।
विधि :
सर्वप्रथम घी गरम कर गेहूं का आटा डालकर धीमी आंच पर गुलाबी होने तक सेक लें।
अब आटा थोड़ा ठंडा होने के बाद उसमें शकर का बूरा, इलायची पाउडर मिलाकर मिश्रण को एकसार कर लें।
अब उसमें तला गोंद व मेवों की कतरन अच्छी तरह मिला दें।
लीजिए तैयार है गुरु पूर्णिमा के खास मौके पर आटे की शाही पंजीरी। अब गुरुदेव को इसका भोग लगाकर परिवार के सभी सदस्य भी खाएं।
मान्यतानुसार गुरु पूर्णिमा के दिन आटे की पंजीरी का भोग लगाने से परिवारजनों का स्वास्थ्य उत्तम रहता है।