मुंबई। विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों और घरेलू स्तर पर ऊर्जा के साथ वित्तीय तथा बैंकिंग क्षेत्र की कंपनियों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन टूटते हुए करीब 1 सप्ताह के निचले स्तर पर आ गए।
इस सप्ताह 28 अगस्त को ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर रहने वाला बीएसई का सेंसेक्स गुरुवार को 32.83 अंक की गिरावट में 38.690.10 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 15.10 अंक फिसलकर 11,676.80 अंक पर आ गया। दोनों सूचकांक 24 अगस्त के बाद के निचले स्तर पर बंद हुए।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 77.50 डॉलर प्रति बैरल के पार निकलने से ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों पर दबाव रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर डेढ़ फीसदी लुढ़क गए और सेंसेक्स की गिरावट में इसका सबसे ज्यादा योगदान रहा। बैंकिंग में चौतरफा बिकवाली रही।
इंडसइंड बैंक के शेयर डेढ़ फीसदी से ज्यादा टूटे। यस बैंक और एक्सिस बैंक में भी 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। आईसीआईसीआई बैंक को छोड़कर सेंसेक्स में शामिल अन्य बैंक तथा वित्तीय कंपनियों पर दबाव रहा। सेंसेक्स 74.05 अंक की बढ़त में 38,796.98 अंक पर खुला और खुलते ही 38,819.06 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद लाल निशान में चला गया।
उसके बाद पूरे दिन यह उबर नहीं सका। अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के दबाव में विदेशी बाजारों में गिरावट रही। इसका भी घरेलू बाजार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। अंतिम घंटे के कारोबार में 38,581.83 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद सेंसेक्स गत दिवस के मुकाबले 32.83 अंक यानी 0.08 प्रतिशत नीचे 38,690.10 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 15 कंपनियों में तेजी और शेष 15 में नरमी रही। (वार्ता)