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Share Bazaar : मुनाफावसूली रही हावी, रिकॉर्ड स्तर से फिसले Sensex और Nifty

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मुंबई , शुक्रवार, 13 सितम्बर 2024 (20:04 IST)
Sensex and Nifty slipped from record levels as profit booking dominated : स्थानीय शेयर बाजारों के एक दिन पहले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को मुनाफावसूली का असर दिखा और दोनों मानक सूचकांक सेंसेक्स एवं निफ्टी हल्की गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 71.77 अंक यानी 0.09 प्रतिशत गिरकर 82,890.94 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 32.40 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 25,356.50 पर आ गया।
 
उतार-चढ़ाव से भरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 71.77 अंक यानी 0.09 प्रतिशत गिरकर 82,890.94 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 309.49 अंक टूटकर 82,653.22 पर आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 32.40 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 25,356.50 पर आ गया।
इस तरह कारोबारी सप्ताह का समापन गिरावट के साथ हुआ। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 1,707.01 अंक यानी 2.01 प्रतिशत और निफ्टी में 504.35 अंक यानी 2.02 प्रतिशत का उछाल रहा। मेहता इक्विटीज लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे ने कहा, शुरुआती कारोबार में गिरावट आने के बाद बाजार ने अपने नुकसान की काफी हद तक भरपाई कर ली। एक दिन पहले बाजार में आई जबर्दस्त तेजी के बाद कारोबार एक दायरे में ही रहा। 
 
निवेशकों को अब फेडरल रिजर्व की अगले सप्ताह होने वाली बैठक के नतीजे का इंतजार रहेगा। सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से अदाणी पोर्ट्स को सर्वाधिक 1.37 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा। इसके बाद आईटीसी, भारती एयरटेल, एनटीपीसी, मारुति, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, पावर ग्रिड, हिंदुस्तान यूनिलीवर और लार्सन एंड टुब्रो के शेयर भी गिरकर बंद हुए।
इसके उलट बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक और टेक महिंद्रा के शेयरों में तेजी का रुख देखने को मिला। छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मालकैप सूचकांक 0.95 प्रतिशत उछला जबकि मझोली कंपनियों का मिडकैप सूचकांक में 0.48 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
 
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, पिछले सत्र में आई तेज उछाल के बाद बाजार ने राहत की सांस ली और लगभग स्थिर स्तर पर बंद हुआ। घरेलू मुद्रास्फीति आरबीआई के तय दायरे के भीतर होने के बावजूद खाद्य कीमतों में तेजी रिजर्व बैंक को नीतिगत दर पर विवेकपूर्ण रुख अपनाने के लिए प्रभावित कर सकती है।
 
नायर ने कहा, घरेलू बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की तरफ से अधिक खरीदारी आने और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व के दर में कटौती की संभावनाओं को बढ़ा दिया है। इससे घरेलू निवेशकों की धारणा को बल मिलेगा।
बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति 3.65 प्रतिशत रही। हालांकि सब्जियों और दालों की कीमतों में दहाई अंकों में वृद्धि देखी गई। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट गिरकर बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी एवं हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त पर रहा।
 
यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.03 प्रतिशत बढ़कर 72.71 प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने बृहस्पतिवार को 7,695 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीद की। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

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