इंफोसिस के शेयर 13 फीसदी से ज्यादा लुढ़के

Webdunia
शुक्रवार, 18 अगस्त 2017 (17:58 IST)
मुंबई। सूचना प्रौद्योगिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विशाल सिक्का के अचानक इस्तीफा देने से पूरे शेयर बाजार में हड़कंप में मच गया और कंपनी के शेयरों के भाव 13 फीसदी से अधिक लुढ़क गए। 
 
इंफोसिस के शेयरों में रही जबरदस्त गिरावट से अपराह्न डेढ़ बजे तक बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स भी 133 फीसदी यानी 42194 अंक लुढ़ककर 31,37352 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 113 प्रतिशत यानी 11230 अंक की गिरावट में 9,79185 अंक पर आ गया।
 
इंफोसिस ने गुरुवार को ही शेयर बाजार को बताया था कि 19 अगस्त को होने वाली उसकी निदेशक मंडल की बैठक में शेयरों की पुनर्खरीद के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इस घोषणा के बाद उसके शेयर सबसे अधिक 454 प्रतिशत चढ़े थे। लेकिन सिक्का के इस्तीफे के बाद शुक्रवार को तेजी से गोता लगाते हुए यह 1339 फीसदी तक लुढ़क गया। सेंसेक्स के साथ ही वह बीएसई में भी सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाली कंपनी रही।
 
कंपनी के शेयर शुक्रवार को 1,0215 रुपए पर खुले और यही शुक्रवार को का इसका उच्चतम स्तर रहा। सिक्का के इस्तीफे की खबर से कंपनी के शेयरों में निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। उसके शेयरों के भाव 1339 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8844 रुपए के निचले स्तर तक उतर गए, जो कम से कम इसका 52 सप्ताह का निचला स्तर है। निफ्टी में भी शुक्रवार को सबसे अधिक घाटे में रहने वाली कंपनी इंफोसिस ही है। (वार्ता)
Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद जांगड़ा के बयान पर बवाल, क्या है कांग्रेस की मोदी से मांग

सभी देखें

नवीनतम

नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल हुए CM नीतीश, तेजस्वी यादव ने किया ऐसा कटाक्ष

इसराइल ने गाजा पर फिर किए हमले, बच्चों समेत 38 लोगों की मौत

UP : कंटेनर से टकराई बेकाबू कार, 4 लोगों की मौत

अमृतसर में अकाली दल के पार्षद की गोली मारकर हत्या, मिल रहे थे धमकीभरे कॉल, 3 हमलावर पहचाने गए

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

अगला लेख