नई दिल्ली। आम बजट 2018 के पेश होने के एक दिन बाद शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुआ है। प्रमुख सूचकांक सूचकांक सेंसेक्स 839 अंक गिरकर 35066 के स्तर पर और निफ्टी 256 अंक की कमजोरी के साथ 10760 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मिडकैप इंडेक्स में 4.34 फीसदी और स्मॉलकैप में 6.06 फीसदी की कमजोरी देखने को मिल रही है। सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो आईटी को छोड़ सभी सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा बिकवाली रियल्टी शेयर्स में देखने को मिली है।
बैंक (2.83 फीसदी), ऑटो (3.35 फीसदी), फाइनेंशियल सर्विस (3.07 फीसदी), एफएमसीजी (0.63 फीसदी), मेटल (3.02 फीसदी), फार्मा (1.27 फीसदी) और रियल्टी (6.17 फीसदी) की कमजोरी देखने को मिली है। निफ्टी में शुमार शेयर्स की बात करें तो 5 हरे निशान में और 45 गिरावट के साथ कारोबार कर बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा गिरावट अल्ट्रा सीमेंट, बजाज फाइनेंस, बजाज ऑटो, गेल और इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस के शेयर्स में हुई है।
वहीं बढ़त टेक महिंद्रा, एचसीएलटेक, टीसीएस, इंफोसिस और हिंदुस्तान यूनिलिवर के शेयर्स में हुई है। शेयर बाजार में गिरावट और गहरा गई है। करीब दिन के 2.15 बजे प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 628 अंक की कमजोरी के साथ 35268 के स्तर पर और निफ्टी 195 अंक की कमजोरी के साथ 10821 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप इंडेक्स में 3.55 फीसद और स्मॉलकैप में 5.04 फीसद की कमजोरी देखने को मिल रही है। सबसे ज्यादा बिकवाली रियल्टी शेयर्स में देखने को मिल रही है। निफ्टी में शुमार शेयर्स की बात करें तो टॉप लूजर्स की सूची में बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, अल्ट्रा सीमेंट, मारुति और इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस के शेयर्स शामिल हैं।
करीब 10.30 बजे सेंसेक्स 580 अंक गिरकर 35324 के स्तर पर और निफ्टी 167 अंक गिरकर 10849 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप इंडेक्स में 4.46 फीसदी और स्मॉलकैप 7.50 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिल रही है। रियल्टी शेयर्स में करीब 7 फीसदी तक की कमजोरी दर्ज की जा रही है। वहीं इस दौरान निफ्टी के टॉप लूजर्स की सूची में इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस, बजाज फाइनेंस, येस बैंक, यूपीएल और टाटा स्टील में देखने को मिल रही है।
बजट में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सूचीबद्ध शेयरों, इक्विटी फंडों तथा बिजनेस ट्रस्टों की यूनिटों के हस्तांतरण से अर्जित एक लाख रुपए से अधिक के दीर्घकालिक कैपिटल गेन पर 10 फीसदी की दर से टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया है। बाजार विशेषज्ञ मान रहे हैं कि भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की यह बड़ी वजह है। आपको बता दें इसमें इंडेक्सेशन का लाभ लेने की छूट भी नहीं मिलेगी।
यही नहीं, अब इक्विटी फंडों की वितरित आय पर भी 10 फीसदी की दर से कर लगेगा। अभी सूचीबद्ध इक्विटी शेयरों, इक्विटी फंडों तथा बिजनेस ट्रस्टों की यूनिटों से प्राप्त होने वाले दीर्घकालिक कैपिटल गेन पर किसी प्रकार का कर नहीं लगता। बीते एक-दो साल से शेयर बाजार में लगातार तेजी बनी हुई है। बजट 2018 के ठीक एक दिन बाद भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत भारी गिरावट के साथ देखने को मिल रही है।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 300 अंक की कमजोरी के साथ 35609 के स्तर पर और निफ्टी 83 अंक की कमजोरी के साथ 10930 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप इंडेक्स में 1.90 फीसदी और स्मॉलकैप में 2.27 फीसदी की कमजोरी देखने को मिल रही है। सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो एफएमसीजी और आईटी को छोड़ सभी सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा बिकवाली रियल्टी शेयर्स में देखने को मिल रही है। बैंक (1.56 फीसदी), ऑटो (0.76 फीसदी), फाइनेंशियल सर्विस (1.61 फीसदी), मेटल (1.07 फीसदी), फार्मा (0.82 फीसदी) और रियल्टी (2.15 फीसदी) की गिरावट देखने को मिल रही है। (वार्ता)