Share Market Update : स्थानीय शेयर बाजारों में गुरुवार को शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रह पाई और भारी उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसेक्स 35.68 अंक के मामूली नुकसान में रहा।वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 18.10 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,297 अंक पर बंद हुआ।
लार्सन एंड टुब्रो में बिकवाली तथा देश में महंगाई का आंकड़ा जारी होने से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बाजार में गिरावट आई। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 35.68 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,904.52 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय यह 62,000 अंक के पार पहुंच गया था। यह ऊंचे में 61,823.07 अंक तक गया और नीचे में 62,168.22 अंक तक आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 18.10 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,297 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो सबसे ज्यादा पांच प्रतिशत से अधिक नुकसान में रहा। कंपनी के गैर-कार्यकारी चेयरमैन एएम नायक के पद से हटने के निर्णय की खबर के बाद कंपनी का शेयर नीचे आया है।
इसके अलावा आईटीसी, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, एशियन पेंट्स में सर्वाधिक 3.22 प्रतिशत की तेजी आई। कंपनी का एकीकृत लाभ 2022-23 की चौथी तिमाही में 43.97 प्रतिशत बढ़कर 1,258.41 करोड़ रुपए पहुंचने के साथ इसका शेयर चढ़ गया।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, कुछ प्रमुख कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम से घरेलू बाजार में लाभ प्रभावित हुआ। वैश्विक मोर्चे पर बाजार में सकारात्मक रुख रहा। इसका कारण अमेरिका में मुद्रास्फीति के पांच प्रतिशत से नीचे आना है। इससे संकेत मिला है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बढ़ती महंगाई को थामने के लिए जो कदम उठाए हैं, वे प्रभावी रहे हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 1,833.13 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 77.12 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)