मुंबई। भारतीय शेयर बाजार सोमवार को भारी उथल-पुथल के बाद तेज गिरावट के साथ बंद हुआ। हफ्ते का पहला कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार और उनके निवेशकों के लिए बेहद निराशाजनक साबित हुआ है। मुनाफावसूली के दबाव के चलते सेंसेक्स 897 तो वहीं निफ्टी 259 अंक लुढ़क जाने से बाजार में कोहराम मच गया, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट जारी रही। अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के विफल होने के बीच बैंक, वित्तीय और वाहन शेयरों में भारी बिकवाली से घरेलू बाजार में गिरावट रही।
कारोबारियों के अनुसार दुनिया के विभिन्न देशों में केंद्रीय बैंकों के नीतिगत दर में वृद्धि की आशंका के बीच विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने तथा कमजोर घरेलू मुद्रा से भी बाजार पर प्रतिकूल असर पड़ा। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में 375 अंक चढ़ गया था। लेकिन बढ़त को बरकरार नहीं रख सका। कारोबार के दौरान नीचे में 58,094.55 और ऊंचे में 59,510.92 अंक तक गया। सेंसेक्स के तीस शेयरों में 29 नुकसान में जबकि केवल एक लाभ में रहा।
आज का कारोबार खत्म होने पर बीएसई सेंसेक्स 897 अंकों की गिरावट के साथ 58237 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 259 अंकों की गिरावट के साथ 17154 अंकों पर बंद हुआ है। सेंसेक्स शुक्रवार के मुकाबले 897.28 अंकों की गिरावट के साथ 58237.85 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 258.60 अंक गिरकर 17154.30 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में गिरावट के चलते निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 258.70 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है, जो शुक्रवार को 262.61 लाख करोड़ रुपए पर था। सेंसेक्स शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में इंडसइंड बैंक रहा। इसमें 7.46 प्रतिशत की गिरावट आई।
इसके अलावा, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक और इन्फोसिस प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। केवल टेक महिंद्रा का शेयर लाभ में रहा। अमेरिका के एसवीबी फाइनेंशियल के विफल होने का बाजार पर असर दिख रहा है। यह बैंक मुख्य रूप से स्टार्टअप को वित्त पोषण उपलब्ध कराता है। इस बैंक के विफल होने का असर दुनियाभर में देखा जा रहा है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा, वर्ष 2008 के बाद से अमेरिका में एक बड़े बैंक के विफल होने के बाद निवेशक चिंतित हैं और वे सुरक्षित माने जाने वाली संपत्तियों में निवेश को तरजीह दे रहे हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख रहा।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.30 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को 2,061.47 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। Edited By : Chetan Gour