Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख से सहमा बाजार, सेंसेक्स 879 अंक लुढ़का, 62000 से नीचे आया

हमें फॉलो करें फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख से सहमा बाजार, सेंसेक्स 879 अंक लुढ़का, 62000 से नीचे आया
, गुरुवार, 15 दिसंबर 2022 (18:02 IST)
मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को बड़ी गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स करीब 879 अंक लुढ़क गया।इसी तरह निफ्टी भी 245.40 अंक यानी 1.32 प्रतिशत टूटकर 18414.90 अंक पर बंद हुआ।

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत दरें बढ़ाने तथा आगे आक्रामक रुख के संकेतों के साथ वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच दोनों प्रमुख मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी नुकसान में रहे। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 878.88 अंक यानी 1.40 प्रतिशत का गोता लगाकर 61,799.03 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 245.40 अंक यानी 1.32 प्रतिशत टूटकर 18,414.90 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा सबसे ज्यादा 3.98 प्रतिशत नीचे आया। इसके अलावा इंफोसिस, टाइटन, एचडीएफसी, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, टाटा स्टील और टीसीएस प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। केवल दो शेयर एनटीपीसी और सन फार्मा 0.08 प्रतिशत तक लाभ में रहे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख ने बाजार को चौंकाया है क्योंकि निवेशक मुद्रास्फीति का आंकड़ा उम्मीद से बेहतर रहने से उदार रुख की उम्मीद कर रहे थे।

उन्होंने कहा, फेडरल रिजर्व के बयान के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका से घरेलू बाजार में आईटी शेयरों की अगुवाई में बिकवाली ने निराशा का माहौल पैदा किया। बाजार को अब बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के फैसलों की प्रतीक्षा है। ये दोनों भी नीतिगत दर आधा प्रतिशत बढ़ा सकते हैं।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीद के अनुरूप प्रमुख नीतिगत दर में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि की और साथ में यह भी संकेत दिया कि महंगाई को काबू में लाने के लिए आने वाले दिनों में ब्याज दर में और वृद्धि की जा सकती है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर को बढ़ाकर 4.25-4.50 प्रतिशत कर दिया है। यह 15 साल का उच्च स्तर है।

कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयान के बाद बाजार में भारी बिकवाली हुई। निवेशकों ने बैंक, आईटी, धातु और रियल्टी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की।

उन्होंने कहा, फेडरल रिजर्व के अगले साल भी नीतिगत दर में वृद्धि के संकेत से बाजार को निराशा हुई है। इससे पहले से प्रभावित बाजार धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ा और फलस्वरूप निवेशकों ने निवेश घटाया। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को नुकसान में रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.77 प्रतिशत घटकर 82.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 372.16 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।
Edited By : Chetan Gour (भाषा) 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

शराबबंदी के बाद भी कैसे राज्‍यों में फैल रहा जहरीले नशे का कारोबार, क्‍या मिलाते हैं सस्‍ती शराब में और कैसे हो जाती है मौत?