मुंबई। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से अर्थव्यवस्था पर असर की चिंता और वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव चढ़ने के बीच प्रमुख शेयर सूचकांक बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में करीब 42 अंक के हल्के सुधार के साथ बंद हुआ, जबकि व्यापक आधार वाले एनएसई निफ्टी में मामूली गिरावट हुई।
इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और एफएमसीजी शेयरों में खासतौर से तेजी देखने को मिली। बंबई शेयर बाजार का बीएसई सेंसेक्स 41.75 अंक यानी 0.09 प्रतिशत चढ़कर 48,732.55 अंक पर और एनएसई निफ्टी 18.70 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 14,677.80 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में एशियन पेंट सबसे अधिक लाभ में रहा, इसमें आठ प्रतिशत की तेजी रही। आईटीसी, नेस्ले इंडिया, एलएंडटी, एचयूएल और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी लाभ रहा। इसके विपरीत इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, डॉ. रेड्डीज, एसबीआई और एनटीपीसी जैसे प्रमुख शेयरों में हानि रही।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 20 घाटे के साथ बंद हुईं। शुक्रवार को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 473.92 अंक या 0.96 प्रतिशत की गिरावट हुई, जबकि निफ्टी 145.35 अंक या 0.98 प्रतिशत टूट गया।
कोटक महिंद्रा एएमसी की वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं शेयर बाजार अनुसंधान प्रभाग की प्रमुख शिवानी कुरियान ने कहा कि एक सप्ताह से बाजार एक सीमित दायरे में बना हुआ है। भारत में कोविड-19 महामारी की स्थिति नि:संदेह गंभीर है। ऐसे में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे के चलते बाजार में निकट भविष्य में अस्थिरता दिख सकती है।
उन्होंने कहा कि बाजार की निगाह टीकाकरण की गति, कोविड मरीजों के ग्राफ और कंपनियों के प्रबंधकों की टिप्पणियों पर रहेगी। स्थानीय बाजारों में लॉकडउन में राहत, वैश्विक जिंस बाजार में कच्चे तेल और इस्पात जैसी जिंसों के भावों पर भी निवेशकों का ध्यान रहेगा।
क्षेत्रवार आधार पर बीएसई एफएमसीजी, पूंजीगत वस्तुओं और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में तेजी रही, जबकि धातु, रियल्टी, उपयोगिता और ऑटो में गिरावट हुई। इस दौरान बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 1.18 प्रतिशत तक गिरे।
एशिया के अन्य प्रमुख बाजारों में शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सोल लाभ में बंद हुए। दोपहर बाद यूरोपीय बाजारों में तेजी का रुझान था। वैश्विक जिंस बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत तेजी के साथ 67.67 बैरल प्रति डॉलर पर चल रहा था।(भाषा)