मुंबई। आर्थिक मंदी और चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हुवावेई की मुख्य वित्तीय अधिकारी की गिरफ्तारी के कारण अमेरिका-चीन संबंध में तनाव बढ़ने की चिंता में निवेशकों की चौतरफा बिकवाली से विदेशी बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजार भी गुरुवार को लुढ़क गए। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन की गिरावट में 572.28 अंक टूटकर 35,312.13 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 181.75 अंक की गिरावट में 10,601.15 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी बाजारों में आज भी बिकवाली का जोर रहा, जिससे शेयर बाजार में शुरुआत से ही निवेश धारणा कमजोर रही। अमेरिका में ट्रेजरी नोट के ब्याज दर में आई गिरावट से निवेशक आर्थिक मंदी को लेकर आशंकित हो गए हैं। विश्लेषकों के मुताबिक अमेरिका में पांच साल की अवधि के ट्रेजरी नोट का ब्याज दर दो और तीन साल की अवधि के ट्रेजरी नोट के ब्याज दर से कम हो गई है, जो आर्थिक मंदी का संकेत माना जाता है।
यूरोपीय बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई 2.51 और जर्मनी का डैक्स 2.30 प्रतिशत की गिरावट में रहा। इस बीच चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हुवावेई के संस्थापक रेन झेंगफेई की बेटी एवं कंपनी की मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वांझु को अमेरिकी प्रतिबंध के उल्लंघन के आरोप में कनाडा में गिरफ्तार किए जाने की खबरों से एशियाई बाजारों में गिरावट का जोर रहा।
इस घटना से अमेरिका और चीन के संबंधों में तल्खी बढ़ने की संभावना को बल मिला है। अमेरिका और चीन के राष्ट्रपतियों के बीच कुछ दिन पहले हुई बातचीत के बाद वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका कुछ समय के लिए दरकिनार हुई, लेकिन जल्द ही निवेशक इस समझौते को लेकर आशंकित हो गए। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगशैंग 2.47, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.68, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.55 और जापान का निक्की 1.91 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुआ।