मुंबई। स्थानीय शएर बाजारों में एक दिन की गिरावट के बाद बुधवार को फिर तेजी रही। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज और बैंक शेयरों की अच्छी मांग के साथ बाजार में मजबूती आई।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 290.36 अंक यानी 0.86 प्रतिशत मजबूत होकर 34,247.05 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 69.50 अंक यानी 0.69 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,116.15 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक सर्वाधिक लाभ में रहा और इसमें 7.93 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा कोटक बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक और एसबीआई में तेजी रही। वहीं दूसरी तरफ हीरो मोटो कार्प, टाटा स्टील, बजाज ऑटो और ओएनजीसी में 3.92 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति आने से पहले वैश्विक बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। कोरोना वायरस संकट के बाद अमेरिका की अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के बाद वहां के केंद्रीय बैंक की यह पहली मौद्रिक नीति होगी।
कारोबारियों के अनुसार वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई। इसके अलावा विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से भी धारणा को बल मिला।
शेयर बाजार के पास उपलब्ध अस्थाई आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 490.81 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।
एलकेपी सिक्युरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, बुधवार को बाजार में तेजड़िए हावी रहे और यह देखकर अच्छा लगा कि कुछ दबाव वाले निजी क्षेत्र के बैंकों के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में तेजी रही। इसका मतलब है कि चीजें इतनी खराब नहीं है जैसा कि कहा जा रहा है।
उन्होंने कहा,बाजार में सुधार के साथ निवेशकों के लिए कई अवसर उपलब्ध हैं। एशिया के अन्य प्रमुख बाजारों में चीन का शंघाई और हांगकांग नुकसान में रहे जबकि दक्षिण कोरिया का सोल और जापान का तोक्यो बाजार में तेजी रही।
दोपहर बाद खुले यूरोप के बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.26 प्रतिशत लुढ़ककर 40.25 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं अमेरिका डॉलर के मुकाबले रुपया 75.59 पर स्थिर बंद हुआ। (भाषा)