अर्जुन पुरस्कार विजेता अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच कृपाशंकर पटेल ने कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्र में छिपी महिला पहलवानों की प्रतिभा को तराशने के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार करेंगे। संभल जिले को खास तवज्जो दी जाएगी और यहां की बालिकाओं को शिविरों में प्रशिक्षण देंगे।
मदरसा मौलाना मौहम्मद अली जौहर मऊभूड़ के तत्वावधान में शहीद मौलाना मौहम्मद अली जौहर महोत्सव में अर्जुन पुरस्कार विजेता अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच कृपाशंकर पटेल संभल के गांव मऊभूड़ में पहुंचे। कृपाशंकर ने कहा कि वह पांच वर्षों से भारतीय महिला कुश्ती टीम को तैयार करने में जुटे हुए हैं।
कामनवेल्थ खेलों में गोल्ड़ मेडल जीत चुकीं गीता और बबीता जैसी महिला पहलवान उन्हीं के कुशल मार्गदर्शन में आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना पाई हैं। वहीं फिल्म 'दंगल' में भी उनका अहम किरदार रहा है।
महिला खिलाड़ियों को तैयार करने के जवाब में उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को दूर कर महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए उन्होंने महिलाओं को कुश्ती सिखाने का बीड़ा उठाया है।
संभल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं के अंदर छिपी प्रतिभा को तराशने के बाद उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए वह शिविरों में बालक व बालिकाओं को प्रशिक्षण देंगे।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब कुश्ती में पुरुषों का वर्चस्व खत्म हो रहा है, लड़कियां कुश्ती में बेहतर कर रही हैं। समाज की इस सोच के बदलाव में फिल्म 'दंगल' की अहम भूमिका है, क्योंकि महावीर फोगाट ने विषम परिस्थितियों में भी अपनी बेटियों को कुश्ती में ले जाकर विजय दिलाई थी।
यह भी सही है कि यह प्रतिभाएं गांवों की मिट्टी से निकलेगी, इसलिए मैं भी गांवों के दंगलों में सहभागिता करता हूँ। इसके पहले भ्रूण ह्त्या व नशा मुक्त भारत के लिए मानव श्रृंखला बनाकर बिश्नोई के साथ-साथ एरिना में उपस्थित दर्शकों, प्रशिक्षकों, खिलाड़ियों ने संकल्प लिया गया।
इस दौरान सेमीनार और दंगल में सैय्यद बाबर अशरफ ने कहा कि नशा जाति व धर्म नहीं देखता। एमजीएम के प्राचार्य आबिद हुसैन हैदरी ने कहा कि देश की तरक्की के लिए शिक्षा जरूरी है। शफीक उर्रहमान बरकाती ने कहा कि नशा हराम है।
शहीद सुधीश के परिवार को सहायता पहुंचाने के लिए अवधेश यादव को सम्मानित किया गया। इस दौरान ग्राम काठ के भूतपूर्व पहलवान दिनेश बिश्नोई, देश के विख्यात कोच जब्बर सिंह सोम, अनुज कोच, हामिद खां, फसी उल्लाह, फैसल खां, खुर्शीद आलम, नवल कोच आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम आयोजक व मदरसे के संचालक फिरोज खान ने सबका आभार जताया।