एशियन गेम्स 2018 में भारत की तरफ से गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार मीराबाई चानू जकार्ता नहीं जाएंगी। हाल ही में कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली युवा वेटलिफ्टर मीराबाई चानू पीठ दर्द से परेशान हैं।
मीराबाई ने इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन को पत्र लिखकर आराम देने का आग्रह किया था। वह ओलंपिक क्वालिफायर के लिए खुद को तैयार करना चाहती हैं। भारत के मुख्य कोच विजय शर्मा ने मीराबाई चानू को सलाह दी थी कि उन्हें जकार्ता में होने वाली प्रतियोगिता से नाम वापस लेकर इस साल नवंबर में होने वाले ओलंपिक क्वालिफायर पर ध्यान देना चाहिए।
विजय का कहना है कि मीरा को फिर से दर्द शुरू हो गया और हम चोट के बढ़ने का खतरा मोल नहीं लेना चाहेंगे। मैंने महासंघ को रिपोर्ट भेज दी है। अब उन्हें फैसला लेना है। मेरा विचार है कि इतने कम समय में भारी वजन उठाना ठीक नहीं है। ओलिंपिक क्वालिफायर स्पर्धा में कम समय बचा है और वह एशियाई खेलों से ज्यादा जरूरी है। अश्गाबात में एक नवंबर से विश्व चैंपियनशिप शुरू होने वाली है जो इस साल ओलंपिक क्वालिफायर के लिए पहली प्रतियोगिता है।
मीराबाई ने पिछले साल नवंबर में विश्व चैंपियनशिप में 48 किलो भारवर्ग में 194 (85 किग्रा+109 किग्रा) का भार उठा कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 196 किग्रा (86 किग्रा+110 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता था।
मीराबाई इस साल मई से पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या से जूझ रही हैं। पिछले सप्ताह जब दर्द से आराम मिला तो उन्होंने मुंबई में अभ्यास शुरू किया लेकिन फिर से दर्द शुरू हो गया।