कोलकाता। वीवो प्रो कबड्डी लीग के सातवें चरण में बुधवार को एक रोमांचक मुकाबला जयपुर पिंक पैंथर्स और हरियाणा स्टीलर्स के बीच खेला गया जो 32-32 अंकों के साथ 'टाई' पर समाप्त हुआ। खेल के अंतिम 3 मिनट पहले तक जयपुर की टीम 31-29 से आगे थी लेकिन हरियाणा ने करिश्माई प्रदर्शन करके मैच को टाई पर समाप्त करवा लिया।
रोमांचक कबड्डी की दावत : प्रो कबड्डी लीग इस 84वें मैच में कई उतार-चढ़ाव आए, जिसके कारण दर्शकों को रोमांचक कबड्डी की दावत उड़ाने का भरपूर मौका मिला। हाफ टाइम तक हरियाणा स्टीलर्स की टीम ने 4 अंकों की बढ़त हासिल कर ली थी। शुरुआत में जयपुर ने बढ़त ली थी लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा हरियाणा स्टीलर्स ने मैच में शानदार वापसी की।
विकास खंडोला का शानदार प्रदर्शन नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में खेले गए इस मैच पहले हाफ में हरियाणा को विकास खंडोला की बदौलत 4 अंकों की मिली थी, जिन्होंने एक ही रेड में जयपुर के 3 खिलाड़ियों को आउट किया। इसी के साथ जयपुर की टीम भी ऑलआउट हो गई।
जब 1 अंक से हरियाणा आगे था : खेल के दूसरे भाग में कभी हरियाणा का पलड़ा भारी रहा तो कभी जयपुर का। खेल के 16वें मिनट में जयपुर के खिलाड़ियों ने शानदार खेल का मुजाहिरा करते हुए हरियाणा की टीम को ऑल आउट कर दिया था। इस समय एक अंक से हरियाणा आगे था। स्कोर था हरियाणा 29 और जयपुर 28 अंक।
अंतिम 3 मिनट में मैच इस तरह पलटा : निर्धारित समय समाप्त होने में जब केवल 3 मिनट का समय शेष था, तब जयपुर के खाते में 31 और हरियाणा के खाते में 29 अंक थे। अंतिम क्षणों में जयपुर यह बढ़त कायम नहीं रख सकी और मुकाबला 32-32 अंकों के साथ 'टाई' हो गया।
हरियाणा स्टीलर्स दूसरे स्थान पर : हरियाणा स्टीलर्स ने 14 मैचों में 9 जीत, 4 हार और ड्रॉ के साथ कुल 49 अंक हासिल किए। हरियाणा की टीम अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पर पहुंच गई है। पहले वह चौथे स्थान पर थी।
जयपुर पिंक पैंथर्स सातवें स्थान पर : लीग के इस सातवें चरण में जयपुर पिंक पैंथर्स ने शुरुआत तो अच्छी की थी लेकिन पिछले कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन रहा है और यही कारण है कि इस समय यह टीम सातवें पायदान पर है। जयपुर ने 14 मुकाबले खेले, 7 जीते, 6 मुकाबले हारे और 1 मुकाबला ड्रॉ खेला। इस तरह उसने 41 अंक अर्जित किए हैं।
दीपक हुड्डा बने तीसरे खिलाड़ी : इस मैच में जयपुर पिंक पैंथर्स के कप्तान दीपक हुड्डा ने वीवो प्रो कबड्डी लीग के सातवें चरण में 800 पाइंट पूरे किए। ऐसी कामयाबी स्थापित करने वाले वे तीसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पूर्व प्रदीप नरवाल और राहुल चौधरी ने 800 पाइंट पूरे किए हैं।