एम्स्टलवीन: एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप में अपनी पहली जीत ढूंढ रहे भारत ने मंगलवार को चीन के साथ हुए मुकाबले में लगातार दूसरा ड्रॉ खेला। नीदरलैंड की राजधानी में भारत और चीन के बीच खेला गया पूल बी मैच 1-1 पर समाप्त हुआ। भारत विश्व कप में अब तक दो मैच खेल चुका है मगर उसे अब भी अपनी पहली जीत की तलाश है।
विश्व कप के अपने पहले मैच में ड्रॉ खेलकर आई दोनों टीमों ने आक्रामक शुरुआत की। दोनों टीमों ने कई मौके बनाये, लेकिन मजबूत डिफेंस के कारण उन मौकों को गोल में तब्दील न कर सकीं।
मैच के 16वें मिनट में लुओ टियानटियान ने मिडफील्ड में शानदार खेल दिखाया लेकिन चीन भारतीय सर्किल में गेंद को अपने काबू में नहीं रख सका। कुछ देर बाद भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे गुरजीत कौर ने सटीक निशाने के साथ गोलपोस्ट की ओर मारा, लेकिन गोलकीपर लियु पिंग ने उसे सफलतापूर्वक रोक लिया।
चीन को अंततः मैच की पहली सफलता 26वें मिनट में मिली, जब जियाली ने गेंद को भारतीय सर्किल में पाकर उसे संयम के साथ गोलकीपर सविता के आगे टहलाया, और अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलायी।
दूसरे क्वार्टर के समाप्त होने तक चीन एक गोल की बढ़त से मैच पर हावी था और भारत को गोल की सख्त आवश्यकता थी, जो उसे वंदना कटारिया ने दिलाया। वंदना ने तीसरा क्वार्टर समाप्त होने से सिर्फ 34 सेकंड पहले मिले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर मैच को 1-1 पर ला खड़ा किया।
चौथे क्वार्टर में थके हुए चीनी खिलाड़ियों पर भारत पूरी तरह हावी रहा, लेकिन गोल का मौका न बना सका। मैच खत्म होने से चार मिनट पहले चीन को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन गेंद वाइड जाने के कारण मैच 1-1 पर ड्रॉ रहा।
इससे पहले भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया मुकाबला भी 1-1 से ड्रॉ हुआ था। भारत को राउंड रोबिन लीग का अपना अंतिम मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है जो उसे विश्व कप में आगे ले जाने के लिये बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा।(वार्ता)