नई दिल्ली। एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 800 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली ट्रैक एंड फील्ड एथलीट गोमती मारिमुत्थु को डोप टेस्ट में पोजिटिव पाये जाने के बाद अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया गया है।
गोमती को गत माह हुए दोहा एशियाई खेलों और फेडरेशन कप के दौरान प्रतिबंधित दवाओं के सेवन का दोषी पाया गया है। अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (आईएएफ) की आचार संहिता इकाई ने ट्विटर पर इसकी पुष्टि की है। वैश्विक संस्था के अनुसार गोमती को प्रतिबंधित स्टेरोएड नोरानड्रोस्टेरोन के सेवन का दोषी पाया गया है।
एआईयू ने ट्विटर पर लिखा, एआईयू यह पुष्टि करता है कि भारतीय धाविका गोमती मारिमुत्थु और लंबी दूरी की धाविका बहरीन की यूनिस जेपकिरूई किरवा को डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाये जाने के लिए अस्थायी तौर पर निलंबित किया जा रहा है। बहरीन की धाविका किरवा भी डोप टेस्ट में फेल हो गई थीं।
एशियन चैंपियनशिप में दो मिनट 2.7 सेकंड का शानदार समय निकालने वाली गोमती ने अपने प्रदर्शन से काफी सुर्खियां बटोरी थीं, इस चैंपियनशिप में भारत को तीन स्वर्ण, सात रजत और सात कांस्य मिले।
हालांकि गोमती ने इन आरोपों पर हैरानी जताते हुए डोप से इंकार किया है और अपने ‘बी’ नमूने की जांच की मांग की है। लेकिन नियमों के अनुसार यदि वह बी टेस्ट में भी फेल होती हैं तो उनपर चार वर्ष का बैन लगाया जा सकता है। 30 साल की भारतीय एथलीट ने 2019 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप-दोहा में 800 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीता था। यदि ऐसा हुआ तो गोमती के साथ साथ भारत को दोहा एशियाई खेलों में मिले अपने तीन में से एक स्वर्ण पदक को गंवाना पड़ है।
भारतीय एथलीट का एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान ए सैम्पल लिया गया था जिसमें प्रतिबंधित स्टेराएड्स के सेवन की पुष्टि हुयी थी। गोमती का इस वर्ष मार्च में फेडरेशन कप के दौरान भी नमूना पॉजिटिव पाया गया था। लेकिन पटियाला में हुए फेडरेशन कप के दौरान गोमती के सैम्पल लेने वाली राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) समय पर भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) से संपर्क नहीं कर सकी थी।