- सीमान्त सुवीर
इंदौर की सरजमीं पर मास्टर चंदगीराम से लेकर कई मशहूर पहलवान अपनी कुश्तियां लड़कर नाम कमा चुके हैं लेकिन अब जमाना बदल गया है...लोग बदल गए हैं, नई पीढ़ी भारतीय कुश्ती में उस सुशील कुमार को खूब पहचानती है, जिन्होंने एक नहीं दो मर्तबा अपना गला ओलंपिक पदक से सजाया है। सुशील कुमार का इंदौर में राष्ट्रीय सीनियर कुश्ती में उतरना ही अपने आप में रोमांच पैदा करता है। गुरुवार को वे अपना वजन कम करने की जद्दोजहद में लगे रहे क्योंकि शुक्रवार को उन्हें मुकाबलों में उतरना है...
इंदौर के अभय प्रशाल में जहां कुश्ती का महाकुंभ चल रहा है, वहां गुरुवार को सबकी निगाहें सुशील कुमार को खोज रहीं थीं, लेकिन देर शाम पहुंची रियो ओलंपिक में कांसे का तमगा जीतने वाली साक्षी मलिक...सुशील कुमार तो कुछ और ही काम में लगे हुए थे। असल में इंदौर पहुंचने के बाद सुशील कुमार ने जब अपना वजन लिया तो वह था 75 किलो 800 ग्राम...फिर वे अपने वर्कआउट में लग गए और इसमें उन्हें मदद की इंदौर के ही अर्जुन अवॉर्डी पहलवान कृपाशंकर बिश्नोई ने।
कृपाशंकर ने एक विशेष मुलाकात में बताया कि मैं पूरा दिन सुशील कुमार के साथ ही था और हमारी कोशिश ट्रेनिंग के जरिए वजह को कम करने की थी। खिलाड़ी अपनी जिद का कितना पक्का होता है यह सुशील कुमार से सीखा जा सकता है। उन्होंने एक ही दिन में अपना 2 किलो वजन कम करने का करिश्मा किया। कृपाशंकर की ट्रेनिंग से अब सुशील का वजन 73 किलो 800 ग्राम हो गया है।
नवजोत और साक्षी मलिक के साथ कृपाशंकर
2009 और उसके बाद 2012 से 2015 तक भारतीय महिला कुश्ती टीम के कोच रहे कृपाशंकर 2016 में सब जूनियर टीम के साथ थे और देश को कई उपलब्धियां दीं, लेकिन इस अर्जुन अवॉर्डी को पूरे देश ने तब जाना, जब वे फिल्म 'दंगल' के लिए आमिर खान ही नहीं बल्कि अन्य महिला कलाकारों को पूरे चार माह कुश्ती के गुर सिखाते रहे। सुशील कुमार भी कृपाशंकर की कोचिंग पर बहुत भरोसा करते हैं, यही कारण है कि इंदौर आने के बाद उन्होंने ट्रेनिंग के लिए उनका ही साथ लिया।
राष्ट्रीय सीनियर कुश्ती में महाबली सतपाल के कहने पर भाग ले रहे सुशील कुमार को शुक्रवार की सुबह 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल में अपना मुकाबला लड़ना है। इंदौर शहर के कुश्तीप्रेमी इस ओलंपियन पदक विजेता की कुश्ती कला को देखने के लिए बेसब्र हुए जा रहे हैं। आपको बता दें, पहलवान सुशील कुमार इंदौर में पहली बार कुश्ती के मेट पर उतर रहे हैं।
हालांकि ये बेसब्री साक्षी मलिक के लिए भी है क्योंकि गुरुवार को जब वे अपने पति सत्यव्रत कातियान के साथ स्टेडियम पहुंचीं तो लोगों का हुजूम उन्हें देखने और तस्वीरें खींचने के लिए उमड़ पड़ा। ये संयोग ही है कि साक्षी को भी कृपाशंकर कोचिंग दे चुके हैं।
देश की जितनी भी महिला स्टार पहलवान हैं, उनकी शुरुआती कोचिंग में कहीं न कहीं इस इंदौरियन कोच का भी बड़ा हाथ रहा है। कृपाशंकर ने भरोसा दिलाया है कि शहर के कुश्ती दीवानों को इंदौर में अपनी कुश्ती लड़ने जा रहे सुशील कुमार निराश नहीं करेंगे...