दबाव में है ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक
, मंगलवार, 9 मई 2017 (20:23 IST)
नई दिल्ली। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक ने स्वीकार किया है कि ओलंपिक पदक विजेता होने के कारण वह बुधवार से राजधानी के आईजी स्पोर्ट्स काम्पलैक्स स्थित केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में शुरू हो रही सीनियर एशियाई फ्री स्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला कुश्ती प्रतियोगिता को लेकर काफी दबाव में हैं।
साक्षी और उनके पति सत्यव्रत कादियान मंगलवार को यहां भारतीय कुश्ती महासंघ के कार्यालय पहुंचे थे। साक्षी ने एशियाई चैंपियनशिप को लेकर कहा कि मैं निश्चित रूप से दबाव में हूं। ओलंपिक पदक विजेता होने के कारण मैं यह दबाव महसूस कर रही हूं। यह मुकाबला हमारे घर में हो रहा है, इसलिए दर्शकों की उम्मीदों का मुझ पर काफी दबाव रहेगा लेकिन मैं इन उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करुंगी।
रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास बना चुकी साक्षी और सत्यव्रत पहली बार एक साथ 2014 में कजाखिस्तान में हुई एशियाई चैंपियनशिप में खेले थे जहां सत्यव्रत ने कांस्य पदक जीता लेकिन साक्षी के हाथ कोई पदक नहीं लगा था। दोनों पहलवान कुश्ती लीग में एक ही टीम में एकसाथ खेले थे।
साक्षी और सत्यव्रत ने एक स्वर में कहा हम दोनों अभ्यास में एक दूसरे की पूरी मदद करते हैं। हम दोनों पहलवान हैं और एक दूसरे की कमियों को आपस में साझा करते हैं। हमें यकीन है कि एशियाई चैंपियनशिप में हम दोनों ही पदक जीतने में कामयाब होंगे।
दोनों ने कहा हमारी तैयारी अच्छी चल रही है और हमने कोई कसर नहीं छोड़ी है। यह दिलचस्प है कि इन दोनों पहलवानों ने शादी होने के कुछ समय बाद फैसला कर लिया कि वे एशियाई चैंपियनशिप में उतरेंगे। दोनों के चेहरों की मुस्कुराहट बता रही थी कि वे किस कदर एक दूसरे की प्रेरणा बन चुके हैं।
साक्षी ने इस प्रतियोगिता के लिए हुए ट्रायल में मंजू को 10-0 से मात देकर क्वालीफाई किया है और उम्मीद है कि रियो में इतिहास बनाने वाली यह महिला पहलवान एशियाई प्रतियोगिता में भी नया इतिहास बनाएगी। साक्षी का ओलंपिक के बाद यह पहला टूर्नामेंट होगा।
सत्यव्रत भी एशियाई कुश्ती में अपनी चुनौती पेश करेंगे क्योंकि उनके वजन वर्ग के पहलवान मौसम खत्री अपनी शादी के कारण ट्रायल से हट गए और सत्यव्रत को एशियाई कुश्ती में उतरने का मौका मिल गया।
भारत फ्री स्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला तीनों वर्गों में कुल 24 पहलवान उतार रहा है। हर वर्ग में आठ-आठ पहलवान मेजबान देश की चुनौती रखेंगे। कुल 23 टीमें प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। विश्व कुश्ती संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के इस टूर्नामेंट एशियाई चैंपियनशिप में ईरान, उज्बेकिस्तान, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, जापान, कोरिया, उत्तर कोरिया, चीन और मंगोलिया के पहलवान हिस्सा लेंगे। (वार्ता)
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